जल-जीवन-हरियाली के पक्ष में एकजुटता का प्रमाण है मानव श्रृंखला
बिहार में 'जल-जीवन-हरियाली' अभियान के साथ नशा मुक्ति, बाल विवाह रोकथाम एवं दहेज प्रथा उन्मूलन को लेकर जागरूकता अभियान के तहत रविवार को राज्यभर में करीब चार करेाड़ से ज्यादा लोगों ने एक दूसरे का हाथ पकड़कर मानव श्रृंखला बनाई।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बनाई मानव श्रृंखला |
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पूरे राज्य में बनाई गई मानव श्रृंखला को सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ तथा पर्यावरण संरक्षण से जुड़े ‘जल-जीवन-हरियाली’ अभियान के पक्ष में लोगों की एकजुटता का प्रमाण बताया और कहा कि जल संरक्षण एवं हरियाली को बढ़ावा देने वाले इस अभियान को निरंतर जारी रखने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान से जल-जीवन-हरियाली और नशामुक्ति के समर्थन में तथा बाल विवाह और दहेज प्रथा मिटाने के लिये बनी ऐतिहासिक मानव श्रृंखला का गुब्बारा उड़ाकर शुभारंभ करने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की मानव श्रृंखला सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अभियान के साथ-साथ पर्यावरण से जुड़े जल-जीवन-हरियाली अभियान के प्रति लोगों की एकजुटता का प्रमाण है। उन्होंने कहा, ‘‘जल संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देकर हमलोग आने वाली पीढ़ी की रक्षा कर सकेंगे। आप सबसे आग्रह हैं कि इस अभियान को निरंतर चलाते रहने की जरूरत है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान समाज कल्याण से भी जुड़ा हुआ है, जिसमें सभी लोगों की भूमिका महत्वपूर्ण हैं। पर्यावरण के प्रति लोगों को हमेशा जागृत करते रहना है। उन्होंने कहा, ‘‘आज जो मुझे पर्यावरण संरक्षक-2020 के रूप में सम्मान मिला है उसकी वास्तविक हकदार बिहार की जनता है, जो सामाजिक विषयों के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति जागरूक है। आज की मानव श्रृंखला के लिए पूरे बिहार की जनता को भी धन्यवाद देता हूं। आज की मानव श्रृंखला के लिए जो लक्ष्य रखा गया था, मुझे उम्मीद है, हमलोग उसमें सफल होंगे।’’
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