पटना में CAA का विरोध : उग्र भीड़ ने पुलिस पोस्ट को आग के हवाले किया
नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन ने रविवार को अख्तियार कर लिया। प्रदर्शनकारियों ने राजधानी पटना के करगिल चौक के पास पुलिस पोस्ट को आग के हवाले कर डाला।
![]() पटना में प्रदर्शनकारियों द्वारा आग के हवाले की गई करगिल चौक स्थित पुलिस चौकी। |
इसके अलावा उग्र भीड़ ने पत्रकारों समेत नागरिकों की आधा दर्जन से अधिक वाहन को भी फूंक दिया। भीड़ ने एक दर्जन से अधिक पब्लिक व व्यावसायिक वाहनों को निशाना बनाते हुए क्षतिग्रस्त कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने जमकर पथराव किया, जिसमें डीएसपी टाउन समेत गांधी मैदान के थानेदार और सात जवान जख्मी हो गये। पुलिस और भीड़ की ओर से करीब पंद्रह चक्र गोलियां हवा में चलायी गयीं। झड़प के दौरान पीरबहोर थाने का एक जवान भीड़ में घिर गया। उसकी राइफल क्षतिग्रस्त हो गयी। जवान को भीड़ ने रौंद दिया। उसकी राइफल की गोलियां गायब हो गयी है। करगिल चौक पर अतिरिक्त बल के आने के बाद पुलिस ने भीड़ को खदेड़ दिया। एसएसपी ने पूरे प्रकरण की जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है। अज्ञात लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।
पुलिस के मुताबिक नागरिकता कानून के विरोध में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी आलमगंज थाने के गायघाट से सुल्तानगंज और अशोक राजपथ होते गांधी मैदान थाने के करगिल चौक पहुंचे। प्रदर्शनकारियों की सही संख्या की जानकारी संबंधित थाने की पुलिस कंट्रोल रूम को नहीं दे सकी। करगिल चौक पर प्रदर्शनकारियों की तुलना में पुलिस बल काफी कम था। प्रदर्शनकारियों ने आगे बढ़ते हुए करगिल चौक के समीप तैनात पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। जवानों ने जब उन्हें धकेलते हुए पीछे किया तो उन लोगों ने जवानों को खदेड़ दिया। यह सिलसिला चार-पांच बार चला।
इसी दौरान पुलिस ने जब उन्हें लाठी का प्रयोग करते खदेड़ा, तो प्रदर्शनकारियों ने पथराव करते हुए आगे बढ़ना शुरू कर दिया। पथराव के कारण पुलिसकर्मी पीछे लौटने लगे। पथराव में डीएसपी टाउन सुरेश कुमार, गांधी मैदान थाने के इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह के अलावा डीएसपी टाउन के पांच अंगरक्षक, गोपाल, संजीत और प्रेम प्रकाश जख्मी हो गये। उसके बाद उग्र भीड़ ने करगिल चौक पर स्थित पुलिस पोस्ट को फूंक दिया और वहां खड़े पत्रकारों के वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया।
महेन्द्रू के गुलबी घाट निवासी महिला कुमकुम सरस मेला देखने अपने बच्चों के साथ आयी थी।
हंगामे के कारण वह अपनी स्कू टी पुलिस पोस्ट के पास खड़ी कर बच्चों को लेकर आगे भाग गयी। उसकी गाड़ी को भी फूं क दिया गया। भीड़ काफी हिंसक हो चली थी। अतिरिक्त बल के आने पर उन्हें खदेड़ा गया। भाग रहे प्रदर्शनकारियों ने करगिल से लेकर एनआईटी मोड़ महेन्द्रू तक एक दर्जन से अधिक वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। बीएन कॉलेज के समीप पीरबहोर थाने का जवान लालदेव भीड़ को काबू करने के क्रम में भीड़ के बीच फंस गया। वह जमीन पर गिर पड़ा। भीड़ उसे रौंदते हुए आगे बढ़ रही थी। जवान का राइफल नीचे गिर गया।
मैग्जीन व राइफल क्षतिग्रस्त हो गया। मैग्जीन तो मिल गया लेकिन जवान की राइफल की गोलियां गायब हो गयी। इसके बाद मौके पर फुलवारी व दानापुर डीएसपी,फुलवारी ,दीघा, बहादुर पुर कंकड़बाग समोत आधा दर्जन थाने के थानेदार व बल को बुलाया गया। जिलाधिकारी कुमार रवि, एसएसपी गरिमा मल्लिक समोत तमाम पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। उधर पीरबहोर थाने पर सब्जीबाग के दुकानदारों ने घेराब कर दिया। उन लोगों का कहना था कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के चक्कर में आधा दर्जन दुकानदारों को पीट कर अधमरा कर दिया।
चिह्नित कर उपद्रवियों पर होगी कार्रवाई : एसएसपी
एसएसपी गरिमा मल्लिक के मुताबिक जुलूस में शामिल असामाजिक तत्वों ने पथराव व आगजनी की। पुलिस ने धैर्य के साथ कार्रवाई की। स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है। भीड़ ने वाहन समेत पुलिस पोस्ट को जला दिया है।उपद्रवियों की पहचान कर नामजद प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि नागरिक अफवाहों पर ध्यान ना दें। किसी तरह की बात फैलती है तो उसका सत्यापन करें मामले की जानकारी क्षेत्र के अधिकारियों को दें। कानून अपने हाथ में न लें।
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