Uttarkashi Avalanche : एवलांच में फंसकर दस पर्वतारोहियों की मौत
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के एडवांस प्रशिक्षण कोर्स के दौरान उत्तरकाशी जिले में द्रौपदी का डांडा-2 में बड़ी घटना घटी है। द्रौपदी डांडा में मंगलवार को सुबह 41 प्रशिक्षणार्थियों का दल हिमस्खलन की चपेट में आ गया।
![]() उत्तरकाशी : वायुसेना के हेलीकाप्टर से घटनास्थल को रवाना होती रेस्क्यू टीम। |
इस हादसे में दस लोगों की मौत की सूचना है। रेस्क्यू टीम ने चार लोगों के शव बरामद कर लिए हैं। अन्य लोग लापता बताए जा रहे हैं। ये लोग क्रेवास में फंसे हुए बताए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिमस्खलन की चपेट में आए कई प्रशिक्षार्थियों के हताहत होने पर शोक जताया है।
जिला आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक राज्य सरकार के अनुरोध पर वायुसेना ने पर्वतारोही दल के रेस्क्यू के लिए के दो हेलीकॉप्टर द्रौपदी डांडा भेजे हैं। निम समेत एनडीआरएफ और एसडीआरफ की टीमें यहां रेस्क्यू कार्य के लिए पहुंची हैं। बताया जा रहा है कि डांडा क्षेत्र में देर शाम मौसम खराब हुआ है। जिस कारण रेस्क्यू कार्य में दिक्कतें आने पर देर शाम रेस्क्यू कार्य रोका गया है। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के अनुसार गत 14 सितम्बर से एडवांस पर्वतरोहण शुरू हुआ था।
इस कोर्स में सात पर्वतारोहण प्रशिक्षकों के साथ ही 34 प्रशिक्षणार्थी व एक नर्सिग सहायक शामिल है। कोर्स के तहत प्रशिक्षणार्थी दल गत 25 सितम्बर को भटवाड़ी ब्लॉक के भुक्की गांव होते हुए तेला गुजर हेड एडवांस बेस कैंप पहुंचा, जहां पर सभी प्रशिक्षाणार्थीयों ने आइस एंड स्नो क्राफ्ट का प्रशिक्षण किया। इसके बाद तय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अनुसार दल दो से चार अक्टूबर तक के लिए शिविर-1 में उच्च ऊंचाई प्रशिक्षण के लिए रवाना हुआ।
दल मंगलवार को उच्च ऊंचाई वाले नेविगेशन और ऊंचाई हासिल करने के लिए 5670 मीटर की ऊंचाई पर स्थित द्रौपदी का डांडा-टू पहुंचा। सुबह करीब चार बजे पर्वत शिखर से वापस लौटते समय एडवांस पर्वतारोहण पाठय़क्रम शिविर-1 के ऊपर एक हिमस्खलन के साथ मिला, जिसमें 34 प्रशिक्षु और सात पर्वतारोहण प्रशिक्षक सुबह 8.45 बजे हिमस्खलन की चपेट में आ गए। वहीं बेसिक प्रशिक्षण कोर्स में 97 प्रशिक्षणार्थी, 24 प्रशिक्षक व निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल हैं, जो सभी सुरक्षित हैं।
एनआईएम के प्रिंसिपल कर्नल अमित बिष्ट ने बताया कि राहत व बचाव कार्य प्रगति पर है। अब तक चार शव बरामद कर लिए गए हैं। फिलहाल एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और भारतीय वायुसेना की टीमें रेस्क्यू के लिए वहां पहुंची हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि यदि मौसम ठीक रहा तो बुधवार को सुबह रेस्क्यू अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिमस्खलन की चपेट में आए कई प्रशिक्षार्थियों के हताहत होने पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि ईर दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।
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