नेपाल में माफिया सरगनाओं को नेताओं का संरक
Last Updated 15 Feb 2010 05:18:28 PM IST
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काठमांडू। नेपाल के मीडिया उद्योग की बड़ी हस्ती के रूप में अपनी पहचान रखने वाले जमीम शाह की पिछले दिनों दिन दहाड़े हत्या के नौ दिनों के बाद एक पूर्व पुलिस अधिकारी ने कहा है कि माफिया सरगना देश में प्रवेश कर चुके हैं और वे यहीं से अपनी गतिविधियां चला रहे हैं क्योंकि उन्हें नेताओं से संरक्षण मिल रहा है।
काठमांडू घाटी मेट्रोपोलिटन पुलिस के पूर्व कार्यवाहक पुलिस आयुक्त भरत जीसी ने यह भी कहा कि भारत की वे बातें भी सत्य हैं, जिनमें वह अक्सर चिंता जताता रहा है कि नेपाल की भूमि का भारत के खिलाफ इस्तेमाल हो रहा है।
उन्होंने कहा, ‘यहां से माफियाओं के लिए अपना धंधा संचालित करना आसान है। आसानी से यहां के नेताओं को घूस दी जा सकती है। राजनीतिक संरक्षण मिलने के कारण ही नेपाल से गतिविधियां चलाना माफियाओं के लिए आसान है।‘
भरत जीसी माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम से संबंध होने के आरोपी विवादास्पद सांसद मिर्जा दिलशाद बेग की हत्या की जांच के लिए गठित दल के भी सदस्य थे। उन्होंने कहा, ‘मक्का-मदीना की यात्रा के बाद बेग जब कराची के रास्ते काठमांडू लौटा उसके पास जाली भारतीय नोटों का एक सूटकेस था। उसकी मौत के बाद भी नोट बरामद किए गए थे।‘
कहा जाता है कि बेग की भारत विरोध गतिविधियों को जमीम शाह का शह मिलता था। बेग की हत्या के बाद नेपाल में माफियाओं की गतिविधियों में और तेजी आई।
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