कर्नाटक : प्रथम चरण में 400 'सखी बूथ' रहे आकर्षण का केंद्र
कर्नाटक की जिन 14 लोकसभा सीटों के लिए गुरुवार को मतदान हुआ, उनके लिए बनाए गए कुल 30,164 मतदान केंद्रों में से लगभग 400 मतदान केंद्रों पर खासतौर से महिला कर्मियों को तैनात किया गया था। ये सखी बूथ मतदाताओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहे।
![]() कर्नाटक : प्रथम चरण में 400 'सखी बूथ' |
कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने यहां आईएएनएस से कहा, "393 सखी बूथों पर प्रत्येक बूथ पर 10 महिला कर्मियों को तैनात किया गया था, जिसमें चार मतदानकर्मी, तीन सहायक और तीन कॉन्स्टेबल थीं। दो कॉन्स्टेबल बाहर और एक बूथ के अंदर तैनात की गई थी।"
अधिकारी ने कहा कि सर्वाधिक 130 सखी बूथ बेंगलुरू की तीन संसदीय सीटों में, 46 बेंगलुरू ग्रामीण, 45 उडिपी-चिकमंगलूर, 34 मैसूर, 30 चिक्काबल्लापुर, 28 मांड्या, 22 तुमकुर, 20 दक्षिण कन्नड़, 14 हासन और 12-12 चित्रदुर्ग और कोलार में स्थापित किए गए थे।
कुमार ने कहा, "पूर्ण महिला बूथ का उद्देश्य उन्हें सशक्त बनाना और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित कराने में उनकी क्षमता को प्रदर्शित करना था।"
सभी महिला बूथों में पुरुषों और महिलाओं सभी को वोट डालने की अनुमति थी।
बेंगलुरू उत्तर सीट के तहत आने वाले शहर के पश्चिमी उपनगर में स्थित एक बूथ में तैनात एक महिला पीठासीन अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "प्रतिक्रया अच्छी रही और दिन चढ़ने के साथ मतदान में तेजी आई। कई मतदाता यह जानने को उत्सुक थे कि हम मतदान प्रक्रिया का प्रबंधन कैसे कर रहे हैं।"
कई मतदाता मतदान केंद्र में प्रवेश करने और वहां सभी महिला कर्मियों को देखने से पहले तक गुलाबी बूथ से अनभिज्ञ थे।
राज्य भर में 600 सखी बूथों में से बाकी बचे 297 बूथों में मतदान दूसरे चरण में 23 अप्रैल को होगा। इस चरण में राज्य के पश्चिमी और उत्तरी क्षेत्रों की 14 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे।
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