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लखनऊ में चुनाव तक बंद रहेंगे सभी स्मारक |
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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सभी स्मारकों को चुनाव तक आम लोगों के लिए बंद रखा जाएगा.
इस सम्बंध में लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) और स्मारकों की देख रेख करने वाली स्मारक संरक्षण समिति को आदेश दे दिए गए हैं.
अधिकारियों की मानें तो स्मारकों में मुख्यमंत्री की विशालकाय मूर्तियां हैं, जिन्हें ढक पाना सम्भव नहीं है. इसीलिए चुनाव तक इन स्मारकों को बंद करने का फैसला किया गया है.
दूसरी तरफ इन स्मारकों में लोगों के आने से औसतन प्रतिदिन 20 हजार रुपये की आमदनी होती है. अधिकारियों के अनुसार चुनाव तक बंद रखे जाने की वजह से करीब 10 लाख रुपये का नुकसान होगा.
एलडीए के उपाध्यक्ष राजीव अग्रवाल ने केवल इतना कहा कि मरम्मत के लिए सभी स्मारकों को बंद किया गया है. वैसे तो सभी मूर्तियों को ढककर चुनाव आयोग को अवगत करा दिया गया है लेकिन जब स्मारक का गेट ही बंद कर दिया गया, तो यह भी मूर्तियों के ढकने जैसा ही है.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर स्मारकों में लगी मायावती और हाथी की मूर्तियों को ढकने का आदेश दिया था. इसको लेकर तीन दिनों से मंथन चल रहा था. इसी बीच एलडीए ने बुधवार को अचानक ही सभी स्मारकों को बंद करने का आदेश दे दिया.
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