महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सोमवार को पुणे जिले की बारामती तहसील का दौरा कर बारिश के कारण उत्पन्न हालात का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पुणे की तीन तहसीलों में मई में हुई बारिश पिछले 50 वर्षों में अभूतपूर्व है।

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रविवार को बारामती, इंदापुर और दौंडा तहसीलों में भारी बारिश हुई, जिसके कारण राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल को जिला कलेक्टर के तत्काल अनुरोध पर दो विशेष टीमों को तैनात करना पड़ा।
कलेक्टर जितेंद्र डूडी के साथ वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए पवार ने कहा ‘‘ तीनों तहसीलों में मई में हुई बारिश पिछले 50 वर्षों में अभूतपूर्व है। इन तीनों तहसीलों में पूरे मानसून सीजन में औसतन 14 इंच बारिश होती है, लेकिन कल इंदापुर तहसील के शेतफलगढ़े में कुछ ही घंटों में 13 इंच बारिश दर्ज की गई। यह तबाही इतनी भारी बारिश और उसके बाद बारामती तहसील के निमटेक के पास नीरा नहर में दरार के कारण हुई। ’’
उन्होंने बताया कि भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने 28 मई को इस क्षेत्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
राकांपा नेता ने बताया कि निरीक्षण के दौरान टीम फसलों और घरों को हुए नुकसान का आकलन कर रही है।
संयोग से, इंदापुर, दौंड और बारामती तहसीलों को आम तौर पर बारिश की कमी वाला इलाका माना जाता है।
पुलिस और जिला अधिकारियों ने बताया कि रविवार शाम को इंदापुर के 70 गांवों के कई घरों और बारामती के 150 घरों में बारिश का पानी घुस गया, जिससे स्थानीय अधिकारियों को निवासियों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इंदापुर के पास पुणे-सोलापुर राजमार्ग का एक हिस्सा जलभराव के कारण लगभग दो घंटे तक बंद रहा, लेकिन पानी कम होने के बाद यातायात फिर से शुरू हो गया।
रविवार देर शाम जारी एक विज्ञप्ति में, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने कहा कि उसने बारामती और इंदापुर में बचाव और राहत अभियान चलाने के लिए दो विशेष टीमों को तैनात किया है।
विज्ञप्ति में कहा गया है ‘‘बारामती में, 19 घरों को आंशिक नुकसान हुआ। कटेवाड़ी में, जलभराव वाले घर में फंसे सात लोगों के परिवार को स्थानीय लोगों और अधिकारियों ने बचाया। जलोची गाँव में, मोटरसाइकिल के बह जाने के बाद एक नाले में फंसे रूपेश सिंह को दमकल विभाग ने बचाया।’’
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