उत्तर भारत में आंधी-बारिश का कहर, सात लोगों की मौत
उत्तर भारत के अनेक हिस्सों में शुक्रवार सुबह बहुत तेज आंधी के साथ भारी बारिश हुई और इसके चलते सात लोगों की मौत हो गई तथा कई जगहों पर सड़कों पर यातायात जाम रहा एवं कई उड़ानों में देरी हुई।
![]() |
दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शुक्रवार सुबह धूल भरी आंधी के साथ करीब तीन घंटे तक भारी बारिश हुई, जिससे उड़ानों में देरी हुई और यातायात बाधित हुआ। दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद और मथुरा में व्यस्त रहने वाली सड़कें जलमग्न हो गईं और वाहनों को रेंगते हुए देखा गया।
दिल्ली में अनेक स्थानों से आईं तस्वीरों में गिरे हुए पेड़ देखे जा सकते हैं। फरीदाबाद में लोगों को पानी में आधी डूब गई एक कार को बाहर निकालने की कोशिश करते हुए देखा गया। गाजियाबाद में भी यातायात जाम की स्थिति बनी रही।
दिल्ली के नजफगढ इलाके में एक मकान के ढह जाने से 28 वर्षीय महिला और उसके तीन बच्चों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। घटना में ज्योति और उसके बच्चों आर्यन (सात), ऋषभ (पांच), प्रियांश (सात माह) की मौत हो गई तथा उसके पति अजय (30) को सीने व कलाई में मामूली चोटें आईं हैं।
दिल्ली में मिंटो ब्रिज, आईटीओ, मेजर सोमनाथ मार्ग और खानपुर सहित कई इलाकों में जलभराव हो गया, जिसकी वजह से यातायात जाम हो गया।
राजधानी में सुबह करीब पांच बजे शुरू हुई बारिश के दौरान मात्र तीन घंटे में 77 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग ने दिल्ली के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी करते हुए लोगों से अत्यधिक सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया है।
गरज के साथ मूसलाधार बारिश होने और तेज हवाएं चलने के कारण इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 200 से अधिक उड़ानों के परिचालन में देरी हुई और तीन उड़ानों के मार्ग में बदलाव करना पड़ा।
एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली हवाई अड्डा आ रही दो उड़ानों को जयपुर और एक उड़ान को अहमदाबाद की ओर मोड़ा गया। दिल्ली अग्निशमन सेवा को बारिश से जुड़ी घटनाओं के संबंध में करीब 100 कॉल आईं।
लोक निर्माण विभाग ने कहा कि उसे दोपहर 12 बजे तक जलभराव की 100 शिकायतें मिलीं। उसने कहा कि जलभराव और अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए 150 त्वरित प्रतिक्रिया दल तैनात किए गए हैं। लुटियन्स दिल्ली क्षेत्र में पेड़ गिरने के 25 मामले सामने आए और जलभराव से संबंधित 12 शिकायतें प्राप्त हुईं।
टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) के एक प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें बिजली कटौती से जुड़ी 22 शिकायतें मिलीं, जिन्हें कुछ मिनटों से लेकर एक घंटे के भीतर बहाल कर दिया गया। उन्होंने बताया, ‘‘आंधी, भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हुई और बिजली के तारों को नुकसान पहुंचा।
पेड़ उखड़ गए और उनकी शाखाएं बिजली के तारों पर गिर गईं। करंट से बचने के लिए एहतियाती उपाय के तौर पर कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति अस्थायी रूप से रोक दी गई।’’
गुरुग्राम में शुक्रवार सुबह बारिश और आंधी के कारण कुछ इलाकों को छोड़कर शहर का अधिकतर हिस्सा जलमग्न हो गया।
| Tweet![]() |