PM Modi के हर पहल की आलोचना क्यों ? शिव शक्ति से दिक्कत क्यों ?

Last Updated 27 Aug 2023 02:51:21 PM IST

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग हो गई। देश भर के लोग खुशियां मनाकर वैज्ञानिकों के किसी नई खोज और नए रिसर्च का इंतज़ार करने लगे, लेकिन अभी भी कुछ लोग इस पर राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं।


PM Modi and Opposition Leaders

पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग वाली जगह को "शिव शक्ति" नाम क्या रख दिया, कुछ लोगों का हाजमा ही खराब हो गया। समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रकाश मौर्या और संभल के सपा सांसद डॉ शफीक -उर -रहमान को "शिव शक्ति"नाम रखने पर आपत्ति है। रहमान ने पीएम मोदी पर साम्प्रदायिकीकरण करने का आरोप लगा दिया है, जबकि मौर्या ने कहा है कि पीएम मोदी उस जगह का नाम एपीजे अब्दुल कलाम भी रख सकते थे। चंद्रयान-3 जिस समय चाँद की धरती पर उतर रहा था, उस समय पीएम मोदी विदेश की आधिकारिक यात्रा पर थे। लिहाजा उन्होंने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग का वह ऐतिहासिक पल साऊथ अफ्रीका की धरती से ही देखा। उन्होंने वहीं से फोन करके इसरो के चेयरमैन एस सोमनाथ से बात की और उन्हें और इसरो के सभी कर्मियों को बधाई दी। विदेश यात्रा पूरी करने के बाद पीएम मोदी सीधे बेंगलुरु स्थित इसरो पहुंचे। उन्होंने चेयरमैन के अलावा वहां के सभी वैज्ञानिकों से मुलकात कर उन्हें बधाइयां दीं। उसी दौरान उन्होंने एलान किया कि जिस जगह चंद्रयान-3 की लैंडिंग हुई थी, उस जगह को अब से "शिव शक्ति" के नाम से जाना जाएगा। यही नहीं उन्होंने चंद्रयान-2 की स्पर्श वाली जगह को "तिरंगा पॉइंट" करने की घोषणा कर दी। हालांकि देश के प्रधानमंत्री होने के नाते उन्हें अधिकार है की वो किसी भी जगह का नाम अपने विवेक से रख सकते हैं। संभव है कि उन्होंने यह नाम रखने से पहले कुछ बुद्धिजीवियों से राय मशवरा भी किया होगा।

शायद पीएम मोदी के इस पहल की देश भर के लोगों ने सराहना भी की, लेकिन समाजवादी पार्टी के दो नेता और कांग्रेस के एक नेता मोदी की इस पहल से खुश नहीं है। उत्तर प्रदेश के संभल के सांसद रहमान ने कहा है कि मोदी हर एक चीज का साम्प्रदायिकीकरण करते हैं। पीएम मोदी ईमानदारी से लैंडिंग वाली जगह को पूर्व वैज्ञानिक और राष्ट्रपति रहे एपीजे अब्दुल कलम के नाम पर नामकरण कर सकते थे, जो उन्होंने नहीं किया। उन्हें हिन्दू मुस्लिम का रंग नहीं देना  चाहिए था। उधर स्वामी प्रकाश मौर्या ने कहा है कि मोदी ने शिव शक्ति नाम रखकर वैज्ञानिकों का घोर अपमान किया है। उन्होंने कहा है कि उस जगह का नाम महान  वैज्ञानिक साराभाई या एपीजे अब्दुल कलम अथवा इसरो के किसी अन्य वैज्ञानिक के नाम पर रखा जा सकता था। उनके मुताबिक अगर मोदी ऐसा करते तो वैज्ञानिकों का हैसलाअफजाई भी होता और उनका सम्म्मान भी बढ़ता।

साथ ही साथ विज्ञान के प्रति युवकों की रूचि भी बढ़ती। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भी मोदी पर वार किया है। उन्होंने कहा है कि मोदी चाँद के मालिक नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि उन्हें ख़ुशी है कि आज देश के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा काम किया है जिस पर पूरे देश को गर्व है, लेकिन मोदी ने जो काम किया है, उस पर दुनिया हँसेगी। उधर बीजेपी ने भी कांग्रेस पर हमला करते हुआ जवाब दिया और कांग्रेस से पूछ दिया कि चंद्रयान-1 जहाँ क्रैश हुआ था उसका नाम जवाहर पॉइंट क्यों रखा गया था। बहरहाल इस तरह के आरोप और प्रत्यारोप के दौर चलते रहेंगे। मोदी अच्छी तरह जानते हैं कि उन्हें कब, क्यों और क्या करना है। भले ही वो देश के प्रधानमंत्री हैं, लेकिन देश के लोगों को यह भी नहीं भूलना चाहिए कि वो किसी पार्टी के सदस्य भी हैं। वैसे हर राजनैतिक पार्टी अपने द्वारा किए  गए कार्यों का श्रेय लेने की कोशिश करती ही रहती है। ऐसे में पीएम मोदी ने भी अगर अपने मन का कुछ कर लिया है तो इसमें ऐसी कोई बात नहीं है ,जिसको लेकर इतना हंगाम खड़ा किया जाए।

 

शंकर जी विश्वकर्मा
नई दिल्ली


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