अगर असम के मुख्यमंत्री मणिपुर से दूर रहेंगे, तो राज्य में शांति स्थापनाा में मिलेगी मदद : चिंदबरम
कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने रविवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की मणिपुर पर एक हफ्ते में शांति लौटने की टिप्पणी पर कटाक्ष किया और कहा कि अगर वह अपनी नाक में दम नहीं करेंगे तो इससे हिंसाग्रस्त राज्य को मदद मिलेगी।
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कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने रविवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की मणिपुर पर एक हफ्ते में शांति लौटने की टिप्पणी पर कटाक्ष किया और कहा कि अगर वह अपनी नाक में दम नहीं करेंगे तो इससे हिंसाग्रस्त राज्य को मदद मिलेगी।
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री चिदंबरम ने यह भी कहा कि इससे मदद मिलेगी अगर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन, बीरेन सिंह सीएम पद से इस्तीफा दे दें, तो इससे भी मदद मिलेगी। उन्होंने पूर्वोत्तर राज्य में कुछ महीनों के लिए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
एक ट्वीट में, चिदंबरम ने कहा, "सीएम, असम ने वादा किया है कि एक हफ्ते में मणिपुर में शांति लौट आएगी। अगर वह मणिपुर के संघर्ष से दूर रहेंगे, तो राज्य को मदद मिलेगी। अगर बीरेन सिंह इस्तीफा दे, तो भी राज्य का भला होगा।
CM, Assam has promised that peace will return to Manipur in a week.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 2, 2023
It will help if CM, Assam did not poke his nose into Manipur's conflict and stayed away
It will also help if Mr Biren Singh resigned as CM and President's Rule was imposed for a few months.
उनकी टिप्पणी तब आई जब सरमा ने शनिवार को कहा कि मणिपुर में स्थिति 7-10 दिनों के भीतर सुधर जाएगी, राज्य और केंद्र सरकारें शांति बहाल करने के लिए काम कर रही हैं।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा था और आरोप लगाया था कि विपक्षी दल तब अपनी चिंता दिखा रहा है जब "पूर्वोत्तर राज्य में अपेक्षाकृत शांति आ गई है"।
गौरतलब है कि मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच 3 मई को पहली बार शुरू हुई झड़प के बाद से जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई है और हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
कांग्रेस ने हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया है और मणिपुर के मुख्यमंत्री को तत्काल हटाने की भी मांग की है।
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