Karnataka Election: कर्नाटक के बीजेपी कार्यकर्ताओं को PM मोदी ने किया संबोधित, दिए कमल खिलाने के गुरुमंत्र
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘डबल इंजन’ की सरकार होने का सीधा मतलब राज्यों में विकास की दोगुनी रफ्तार से है और इसके ना होने से जनता पर ‘डबल मार’ पड़ती है।
![]() प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी |
चुनावी राज्य कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं से डिजिटल माध्यम से संवाद करते हुए मोदी ने आग्रह किया कि वे जनता के बीच जाएं और बताएं कि ‘डबल इंजन’ सरकार के क्या फायदे हैं।
केंद्र व राज्य में एक ही पार्टी की सरकार होने को भाजपा ‘डबल इंजन’ की सरकार कहती है। हाल के वर्षों में विधानसभा चुनावों में पार्टी ने इसे एक बड़ा मुद्दा बनाया है।
मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे जनता को समझाएं कि स्थिर सरकार होने के फायदे होते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मतदाताओं को बताएं कि कर्नाटक में स्थिरता ना होने की वजह से कितना नुकसान हुआ है और दिल्ली में (केंद्र में) एक स्थिर सरकार होने की वजह से कितना काम हो रहा है। इस बार यहां भी मजबूत और स्थिर सरकार बनाइए।’’
मोदी ने कहा, ‘‘डबल इंजन सरकार का सीधा और साधारण मतलब है कि विकास की रफ्तार डबल। बीते नौ वर्षों का यही अनुभव रहा है। जहां-जहां भाजपा की डबल इंजन की सरकार है, वहां-वहां गरीब कल्याण की योजनाएं तेजी से जमीन पर उतरी हैं।’’
उन्होंने कहा कि हर घर जल योजना में कर्नाटक सबसे आगे है और यह इसलिए संभव हुआ है कि क्योंकि वहां डबल इंजन की सरकार है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन राज्यों में भाजपा सरकार नहीं है, वहां वह (सत्ताधारी दल) कोशिश करते हैं कि केंद्र सरकार की कोई भी योजना सफल न हो जबकि कुछ राज्य तो योजना से जुड़ते ही नहीं हैं और कुछ राज्य ऐसे हैं जो योजना का नाम तक बदल देते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर यहां ऐसी सरकार आएगी जो बात-बात पर केंद्र सरकार से लड़ती रहेगी, योजनाओं को रोकती रहेगी… अवसंरचना से जुड़ी सारी परियोजनाओं को अटकाती रहेगी… हम सड़कें बनाना चाहेंगे तो जमीन का काम ही धीरे-धीरे करेंगे… तो कैसे निवेश आएगा? निवेश नहीं आएगा तो कर्नाटक में नए रोजगार कैसे सृजित हो पाएंगे? यानी डबल इंजन की सरकार के ना रहने पर जनता पर डबल मार पड़ती है।’’
प्रधानमंत्री ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि अगर ट्रैक्टर के एक पहिये की जगह उसमें मारुति कार का पहिया लगा दें तो वह क्या किसी के काम आएगा? उन्होंने कहा, ‘‘क्या वह खुद ही अपनी बर्बादी करेगा कि नहीं करेगा?’’
उन्होंने कहा कि जैसे एक ही प्रकार की व्यवस्था तेज गति देती है, वैसे ही डबल इंजन की सरकार तेज गति देती है। प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे जाकर मतदाताओं को इसके फायदे बताएं।
प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग 50 लाख कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कर्नाटक में विधान सभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बूथ जीतने पर फोकस करने की सलाह दी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि, बूथ जीतने की शुरूआत तब होती है जब कार्यकर्ता बूथ से जुड़े परिवारों को जीत लेता है, उनके दिल को जीत लेता है। उन्होंने कहा कि यदि आप बूथ स्तर पर जीतना चाहते हैं तो 10 महिलाओं और 10 पुरुषों का एक मजबूत समूह बनाएं। गरीबों, महिलाओं, युवाओं और दलितों के कल्याण सहित सरकार की योजनाओं की जानकारी रखें और पूरी तरह से स्वयं को अपडेट रखते हुए इन जानकारियों को जनता तक पहुंचाएं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह दो दिन बाद कर्नाटक की जनता का दर्शन करने और आशीर्वाद लेने आ रहे हैं। राज्य में प्रचार करने वाले नेताओं ने उन्हें बताया है कि उन्हें वहां के लोगों का भरपूर स्नेह मिला है। यह भाजपा के प्रति लोगों के विश्वास को दिखाता है।
विरोधी दलों पर सीधा निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि विरोधियों का एजेंडा सिर्फ सत्ता हथियाना है जबकि भाजपा का एजेंडा विकास है। उन्होंने कहा कि, भाजपा और दूसरी पार्टियों में सबसे बड़ा फर्क अप्रोच का है। भाजपा आने वाले 25 वर्षों में विकसित भारत के रोड मैप पर काम कर रहा है। हमारे विरोधियों का एजेंडा है सत्ता हथियाना और हमारा एजेंडा है 25 वर्षों में देश को विकसित बनाना, गरीबी से मुक्त बनाना और युवाओं के सामथ्र्य को सबसे आगे बढ़ाना। आने वाले 25 वर्षों में कर्नाटक की विकास यात्रा को नेतृत्व देने के लिए भाजपा एक युवा टीम का निर्माण कर रही है। उन्होने कहा हमारी कोशिश है कि कर्नाटक में बेंगलुरु जैसे अनेक वैश्विक केंद्र बनें।
मोदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका एकमात्र एजेंडा सत्ता हथियाना है।
प्रधानमंत्री ने विरोधी दलों पर निशाना जारी रखते हुए आगे कहा कि, हमारे देश में कुछ राजनीतिक दलों ने राजनीति को सिर्फ सत्ता और भ्रष्टाचार का साधन बना दिया। इसको हासिल करने के लिए वो साम, दाम, दंड, भेद हर तरह का तरीका अपना रहे हैं। इन राजनीतिक दलों को देश के भविष्य की, आने वाले पीढ़ियों की, कनार्टक के भविष्य की कोई चिंता नहीं है। मुफ्त की रेवड़ी की राजनीति की वजह से कई राज्य अपनी दलगत भलाई के लिए बेतहाशा खर्च कर रहे हैं। राज्य डूबते चले जा रहे हैं और आने वाली पीढ़ियों का भी ये खा जा रहे हैं। देश ऐसे नहीं चलता, सरकार ऐसे नहीं चलती।
उन्होंने कहा कि जब भाजपा को सेवा को मौका मिलता है तो विकास की स्पीड और स्केल दोनों बढ़ जाती है। 2014 से पहले की योजनाओं में एक घर बनने में 300 दिन लगते थे, हमारी योजना में 100 दिन से भी कम समय में घर बन रहे हैं। पहले घर का आकार 20 वर्ग मीटर होता था, अब घर का आकार 25 वर्ग मीटर होता है। पहले की योजना में एक घर को 70-75 हजार रुपये की मदद दी जाती थी, आज ये मदद 1 लाख 30 हजार रुपये कर दी गई है। इससे भी बड़ी बात ये है कि अब पैसे सीधे लाभार्थी के बैंक अकाउंट में भेजे जाते हैं, कोई बिचौलिया नहीं होता है।
प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे पहली बार के मतदाताओं से जरूर मिलें और उन्हें भाजपा को वोट देने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने कहा, ‘‘लंबे अरसे से कर्नाटक में भाजपा का बड़ा जनाधार रहा है। आप पूर्ण बहुमत की स्थिर भाजपा सरकार के लिए वोट मांगेंगे तो जनता जरूर आशीर्वाद देगी।’’
कर्नाटक में 10 मई को मतदान होना है और मतगणना 13 मई को होनी है।
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