मोदी सरकार निडर एवं निर्णायक : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि देश में ‘स्थिर, निडर और निर्णायक सरकार’ है, जिसने ‘विकास’ एवं ‘विरासत’ पर जोर देते हुए कोई भेदभाव किए बिना सभी वगरे के लिए काम किया है।
![]() राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू |
साथ ही उन्होंने अगले 25 वर्ष में भारत को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य भी देश के समक्ष रखा। राष्ट्रपति अभिभाषण वह महत्वपूर्ण वक्तव्य होता है जिसमें देश एवं शासन, रक्षा, विदेश नीति आदि प्रमुख मुद्दों पर सरकार के रुख की झलक मिलती है।
राष्ट्रपति ने यह बात आज बजट सत्र के पहले दिन संसद के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए अपने पहले अभिभाषण में कही। उन्होंने कहा, ‘हमें ऐसा भारत बनाना है, जो आत्मनिर्भर हो और जो अपने मानवीय दायित्वों को पूरा करने में समर्थ हो।’ उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता के 100 वर्ष 2047 में पूरे होंगे और सरकार ने इन 100 साल के अंतिम 25 वर्षो को ‘अमृत काल’ की संज्ञा दी है।
उन्होंने कहा, ‘अगले 25 साल में हमें ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है, जो अतीत के गौरव से भी जुड़ा हो और जिसमें आधुनिकता का हर स्वर्णिम अध्याय हो।’ राष्ट्रपति ने कहा कि लोगों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, जो दशकों से गायब थीं। उन्होंने कहा कि आज देश भर में आधुनिक आधारभूत ढांचे का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी समाज काफी समय से अपेक्षा कर रहा था। उन्होंने मोदी सरकार के शासनकाल में डिजिटल नेटवर्क के विस्तार और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का भी उल्लेख किया।
विकास एवं विरासत पर जोर
राष्ट्रपति मुर्मू ने परंपरा के साथ आधुनिकता के सम्मिशण्रके सरकार के रुख पर बल देते हुए कहा कि उसने राष्ट्रीय हित को सदैव सवरेपरि रखा है। उन्होंने अपने अभिभाषण में कहा, ‘‘ हमारी विरासत हमें जड़ों से जोड़ती है और हमारा विकास हमें आसमान छूने का हौसला देता है। इसलिए मेरी सरकार ने विरासत को मजबूती देने और विकास को प्राथमिकता देने की राह चुनी है।’’ उन्होंने कहा कि आज एक तरफ देश में अयोध्या धाम का निर्माण हो रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ आधुनिक संसद भवन भी बन रहा है।
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