जम्मू कश्मीर बना पर्यटकों का हॉटस्पॉट, 54 फीसदी कम हुई आतंकी घटनाएं : गृह मंत्रालय

Last Updated 04 Jan 2023 01:08:23 PM IST

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि जम्मू कश्मीर अब आतंकवादियों का नहीं बल्कि पर्यटकों का हॉट स्पॉट बन गया है, क्योंकि साल 2022 में करीब 22 लाख पर्यटक केंद्रशासित प्रदेश में घूमने पहुंचे।


रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि पिछले कुछ सालों के मुकाबले अब जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं में करीब 54 फीसदी की कमी आई है। मंत्रालय की ओर से जारी वर्षांत समीक्षा रिपोर्ट 2022 के मुताबिक जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में भारी कमी आई है। 2018 में जहां 417 मामले सामने आए थे, वहीं 2021 में यह घटकर 229 मामले रह गए। जबकि सुरक्षा बलों के शहीद होने के मामले में जहां 2018 में 91 दर्ज किए गए। वहीं 2021 में यह 42 पर आ गया। रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं में करीब 54 फीसदी, सुरक्षाबलों की मौत में 84 फीसदी और आतंकियों की भर्ती में करीब 22 फीसदी की कमी आई है।

गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले सालाना छह लाख पर्यटक जम्मू कश्मीर आते थे, अब यह बढ़कर 22 लाख पर पहुंच गया है। इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़े हैं। मंत्रालय ने ये भी कहा कि अब जम्मू-कश्मीर में पथराव की एक भी घटनाएं नहीं हो रही हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ²ढ़ता के साथ विकास के पथ पर आगे बढ़ रही है।

गृह मंत्रालय ने इससे पहले कहा था कि कश्मीर में जम्हूरियत सिर्फ तीन परिवारों 87 विधायक और 6 सांसदों तक सिमटा था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को जम्हूरियत से जोड़ा और इसे गांव सरपंच, बीडीसी सदस्य और जिला पंचायत तक ले गए। समीक्षा रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि तीन परिवारों के 70 साल के शासन में जम्मू कश्मीर में महज 15,000 करोड़ का ही निवेश हुआ जबकि पीएम मोदी ने यहां तीन साल में 56,000 करोड़ का निवेश कराया।

गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री विकास पैकेज के तहत यहां 80,000 करोड़ की 63 जल विद्युत परियोजनाओं पर काम हुआ। किरू परियोजना पर 4,287 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य चल रहा है। गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में 5 अक्तूबर, 2022 को 2000 करोड़ की 240 विकास परियोजनाओं का या तो शुभारंभ किया या आधारशिला रखी थी।

ये भी बताया गया है कि इससे पहले अनुच्छेद 370 की वजह से गुज्जर-बकरवाल और पहाड़ी को शिक्षा, नौकरियों और चुनाव में आरक्षण नहीं मिल पा रहा था। लेकिन इसके हटने के बाद से उनको इन सबका लाभ मिलने लगा। गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया कि जम्मू-कश्मीर में 42 हजार लोगों ने आतंकवाद के आगे घुटने टेके और दिल्ली में किसी ने पलक नहीं झपकाई, लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद पर सुरक्षाबलों का पूरा नियंत्रण है।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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