पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए 'पाक ड्रोन' को मार गिराने की ट्रेनिंग दे रही भारतीय सेना
केंद्र सरकार से सहयोग पाने के बाद पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए यहां सुरक्षाबलों ने कमर कस ली है।
![]() पाक ड्रोन को मार गिराने की ट्रेनिंग दे रही सेना |
एलओसी पर आए दिन दिखने वाले पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराने के लिए सुरक्षाबलों ने स्थानीय लोगों की ट्रेनिंग शुरू कर दी है।
भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा से सटे नौशेरा सेक्टर में भारतीय सेना लोगों को इस बारे में ट्रेनिंग दे रही है। लोगों को बताया जा रहा है कि ड्रोन कैसे होते हैं और कैसे इनका पता लगाना है। अगर ड्रोन गांव के ऊपर तक आता है तो कैसा दिखेगा और उसे कैसे मार गिराना है।
अधिकारी ने बताया, भारतीय सेना ने एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एंटी ड्रोन गन तैनात की है ताकि अगर उनकी रेंज से पाकिस्तानी ड्रोन गुजरता है तो उसे मार गिराया जाए। अक्सर पाकिस्तान की तरफ से रात के अंधेरे में ड्रोन भेजे जाते हैं। इन ड्रोन्स के जरिए पाकिस्तान आतंकियों को हथियारों की सप्लाई करता है, तो ड्रग्स भी गिराया जाता है। इन्हें भारतीय सीमा में बैठे अंडर ग्राउंड वर्कर्स के जरिए ठिकाने लगाया जाता है। ड्रोन से गिरने वाले हथियार अक्सर आतंकियों तक पहुंचाए जाते हैं।
सुरक्षा में तैनात एक अधिकारी ने बताया, सीमा पर तैनात एंटी ड्रोन गन्स पूरी तरह भारत में निर्मिंत हैं। ये किसी भी ड्रोन को स्पॉट करने, उसकी गतिविधि को भांपने और मार गिराने में सक्षम है। उन्होंने बताया, एंटी ड्रोन गन हाथ से चलाने के साथ-साथ मोबाइल गन भी है। इसे किसी भी व्हीकल पर फिट किया जा सकता है। इसका गांववालों के प्रैक्टिकल करके बताया भी जाता है।
भारत और पाकिस्तान के बीच करीब 553 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा है, जिसकी सुरक्षा का जिम्मा सीमा सुरक्षाबल के पास है। जम्मू-कश्मीर में भारत पाकिस्तान सीमा 198 किलोमीटर लंबी है, जो कठुआ से लेकर जम्मू के अखनूर सेक्टर तक है।
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