594 जवान आईटीबीपी में कांस्टेबल बने, 73 महिलाएं भी शामिल
हरियाणा के पंचकूला में इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस द्वारा आयोजित एक दीक्षांत समारोह में 594 जवानों को शपथ दिलाई गई। इसके बाद सभी इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) में कांस्टेबल के पद पर भर्ती कर लिए गए।
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कई महीनों की कड़ी ट्रेनिंग के बाद आज इन्हें आईटीबीपी में आधिकारिक तौर पर शामिल किया गया। जानकारी के मुताबिक हरियाणा के भानु प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित एक दीक्षांत समारोह में अलग अलग राज्यों के 594 जवानों ने शामिल होकर शपथ ली है। ये सभी आईटीबीपी में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए हैं। इन सभी ने भानु स्तिथ प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र (बीटीसी) से अपनी ट्रेनिंग पूरी की है। आईटीबीपी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में कुल 594 जवानों को भर्ती किया गया है। इनमें 521 पुरुष जबकि 73 महिलाएं शामिल हैं। इन सभी को नॉन जीडी कैडर में भर्ती किया गया है।
आईटीबीपी प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र के आईजी ईश्वर सिंह दुहन ने बताया कि सभी जवानों ने लगभग 24 हफ्तों की कड़ी ट्रेनिंग पूरी की है। इसमें हथियार चलाने, नक्शों की जानकारी सहित कई तरह की स्किल शामिल हैं। इन जवानों में हिन्दू, मुस्लिम, सिख सभी शामिल हैं। परेड कमांडर कांस्टेबल लाल चंद ने पासिंग आउट परेड का नेतृत्व किया। कांस्टेबल अविनाश पांडुरंग को सबसे अच्छे ट्रेनी के तौर पर चुना गया।
इस मौके पर आईटीबीपी के अडिशनल डायरेक्टर जनरल (वेस्टर्न कमांड) मनोज रावत मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। मनोज रावत ने सभी को शुभकामनाएं दी और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सभी कॉन्स्टेबल पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ देश की सेवा करेंगे।
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