| ||||
भारतीय वायुसेना ने शैक्षणिक सहयोग के लिए राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के साथ समझौता किया | ||||
![]() | |
|
वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने बुधवार को गांधीनगर स्थित प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) का दौरा किया।
उनके दौरे के दौरान आपसी हित के विशिष्ट क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने के अलावा, विभिन्न समकालीन विषयों में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के कर्मियों द्वारा शैक्षणिक विद्वता को और सक्षम करने के लिए आरआरयू के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया।
समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर एयर वाइस मार्शल राजीव शर्मा, असिस्टेंट चीफ ऑफ एयर स्टाफ (शिक्षा) और प्रो. आनंद कुमारत्रिपाठी, प्रो-वाइस चांसलर आरआरयू की ओर से हस्ताक्षर किए गए। कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) बिमल एन पटेल भी इस समय उपस्थित रहे।
भारतीय वायुसेना और विश्वविद्यालय के बीच सहयोग से वायुसेना कर्मियों को रक्षा और सामरिक अध्ययन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और साइबर सुरक्षा, अनुप्रयुक्त विज्ञान, इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी और विदेशी भाषाओं में विभिन्न पाठ्यक्रम प्राप्त करने में सुविधा होगी। यह समझौता राष्ट्रीय और आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को भी बढ़ावा देगा। विश्वविद्यालय भारतीय वायुसेना के प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों को भी मान्यता प्रदान करेगा।
कार्यक्रम में वायु सेना प्रमुख ने इस बात पर प्रकाश डाला कि रक्षा क्षेत्र में तकनीकी प्रगति को ध्यान में रखते हुए सैन्य और शिक्षाविदों केबीच सहयोग एक विकल्प नहीं है, बल्कि एक आवश्यकता है। वे आशान्वित थे कि यह समझौता आने वाले वर्षों में रक्षा प्रौद्योगिकी केक्षेत्र में कई नई संयुक्त पहल और तालमेल को बढ़ावा देगा।
|