अलकायदा की धमकी के बाद अहमदाबाद पुलिस अलर्ट
यहां जगन्नाथ रथयात्रा 1 जुलाई को निकाली जाएगी। इस आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों का जुटना तय है। उधर आतंकी संगठनों ने दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश और गुजरात में आत्मघाती हमले की धमकी दी है, जिस पर गुजरात पुलिस सतर्क हो गई है। यहां पहली बार जेटपैक ड्रोन से रथयात्रा की कड़ी निगरानी की जाएगी।
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निगरानी के लिए शहर में एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इस बार रथयात्रा के दौरान अखाड़ा, रथ, ट्रक आदि को जीपीएस से जोड़ा जाएगा। इसके लिए पुलिस की ओर से खास एप्लिकेशन तैयार किया गया है।
जगन्नाथ रथयात्रा के जुलूस में पुलिस ने सभी लोगों के बीच समन्वय बनाए रखने के लिए योजना बनाई है। शहर की पुलिस और क्राइम ब्रांच द्वारा तर्कसंगत एप्लिकेशन के माध्यम से सभी डेटा एकत्र किए गए हैं, ताकि उन अधिकारियों को स्थानीय जानकारी मिल सके। इस एप्लिकेशन का उपयोग बाहर से आने वाले अधिकारियों के साथ-साथ क्षेत्र की शांति समिति के सदस्यों के डेटा की सभी जानकारी प्रदान करने के लिए किया जाएगा।
पुलिस ने बताया कि रथयात्रा में शामिल होने वाले सभी लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मार्ग के सभी ट्रकों, हाथियों और भजन सभाओं में जीपीएस सिस्टम लगाने का निर्णय लिया गया है। वहीं, जीपीएस सिस्टम का इस्तेमाल यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा कि 3000 सुरक्षाकर्मियों का सुरक्षा घेरा न टूटे।
जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलपदास स्वामी ने कहा, "5 जून को अहमदाबाद में जगन्नाथजी की 145वीं रथयात्रा के मार्ग का पुलिस ने निरीक्षण किया। जमालपुर जगन्नाथ मंदिर से सरसपुर रणछोड़जी मंदिर तक निरीक्षण किया गया। पुलिस आयुक्त संजय श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में मोसाल से निज मंदिर तक पैदल पेट्रोलिंग की गई। पुलिस आलाकमान के पुलिस अधिकारियों द्वारा देर रात तक पेट्रोलिंग कर रही थी। इससे पहले 4 जून को अहमदाबाद पुलिस की ओर से बॉडी वार्न कैमरा की रिहर्सल की गई थी।"
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