Cyclone Tauktae: ताउते का तांडव, मुंबई के पास समंदर में डूबा जहाज, नौसेना ने बचाई 146 जानें
भारतीय नौसेना (आईएन) ने ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) के 273 कर्मियों में से कम से कम 146 लोगों को बॉम्बे हाई फील्ड्स के पास बहती नौका पी-305 से बचाने में कामयाबी हासिल की है।
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सोमवार को आईएनएस कोच्चि और ओएसवी एनर्जी स्टार द्वारा संयुक्त रूप से अरब सागर में बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में रात करीब 11 बजे पहले खेमे में 60 कर्मियों को बचाया गया।
एक अधिकारी ने कहा कि रात के दौरान चक्रवात तौकते के ऊपर से गुजरने के दौरान आईएनएस कोलकाता, ग्रेट शिप अहल्या, ओएसवी ओशन एनर्जी से मंगलवार को सुबह तक कुल 146 लोगों को बचाने के लिए बचाव अभियान में शामिल हो गई।
भारतीय नौसेना ने मंगलवार सुबह आईएनएस शिकरा से बॉम्बे हाई फील्ड्स में बड़े पैमाने पर बचाव प्रयासों के लिए एक हेलीकॉप्टर मिशन भी शुरू किया, जो अरब सागर में 100 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
जैसे ही प्रचंड चक्रवात दक्षिण गुजरात तट की ओर घूम रहा था, भारी बारिश और हवा की गति 200 किमी प्रति घंटा से अधिक थी, 273 लोगों के साथ नौका पी-305 ने सोमवार को हीरा ऑयलफील्ड्स से एक एसओएस भेजा।
एक अन्य एसओएस में, मुंबई से लगभग 15 किलोमीटर दूर 137 लोगों के साथ एक बहती नौका गैल कंस्ट्रक्टर, अब कोलाबा पॉइंट से लगभग 89 किलोमीटर उत्तर में चली गई।
भारतीय तटरक्षक बल ने एक जहाज, आईसीजीएस सम्राट, एक आपातकालीन पोत 'वाटर लिली' और दो सहायक जहाजों को भेजा है, ताकि बोर्ड पर लोगों को निकालने में मदद मिल सके क्योंकि मौसम बेहद तूफानी है।
आईसीजीएस के प्रयासों को तेज हवाओं, लगातार बारिश, कम ²श्यता और समुद्र में ऊंची लहरों के बावजूद आज सुबह बचाव अभियान में शामिल होने के साथ भारतीय नौसेना के विमानों और हेलीकॉप्टरों के साथ बढ़ाया जाएगा।
गुजरात में कमजोर पड़ा चक्रवात ताउते
गुजरात में चक्रवातीय तूफान ‘ताउते’ (Cyclone Tauktae) के कारण हुई घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई और राज्य के पश्चिमी तट पर इससे भारी तबाही मची है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को बताया कि चक्रवात ताउते (Tauktae) सोमवार की मध्यरात्रि में सौराष्ट्र क्षेत्र के दीव और ऊना के बीच गुजरात तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया है। राज्य के अधिकारियों ने बताया कि तौकते के कारण किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है और यह तूफान अब कमजोर पड़ गया है।
मौसम विभाग ने मध्यरात्रि के बाद ट्वीट किया जिसमें बताया कि तौकते अब ‘काफी गंभीर चक्रवाती तूफान’ से कमजोर होकर ‘गंभीर चक्रवाती तूफान’ में बदल गया है। विभाग ने ट्वीट किया, ‘‘चक्रवात का अगला हिस्सा तट से होकर गुजर चुका है और अब पिछला हिस्सा भी जमीनी हिस्से की ओर बढ़ रहा है।’’
भीषण चक्रवाती तूफान सोमवार रात में करीब नौ बजे गुजरात के सौराष्ट्र तट से टकराया था। इससे पहले, चक्रवात के कारण मुंबई में भारी वर्षा हुई और गुजरात में दो लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि तूफान के कारण दीव में 150 से 175 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली और पूरे तटीय क्षेत्र में भारी बारिश हुई। जिलों के अधिकारियों ने बताया कि जूनागढ़, अमरेली और भावनगर जिलों में पेड़ उखड़ गए. क्षेत्रीय मौसम विभाग केंद्र की ओर से बताया गया कि चक्रवात अब उत्तरी गुजरात की ओर बढ़ेगा।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘यह अमरेली जिले की ओर बढ़ेगा और फिर सुरेंद्रनगर जिले को पार करते हुए बनासकांठा की ओर जाएगा। हमें उम्मीद है कि आगे बढ़ने के साथ-साथ तूफान कमजोर होता जाएगा।’’ चक्रवात के कारण कई स्थानों पर सड़कें अवरूद्ध हो गईं और इन जिलों में कई गांवों में बिजली गुल हो गई।
चक्रवात के गुजरात तट से टकराने से पहले मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा था कि तटीय जिलों अमरेली, जूनागढ़, गिर-सोमनाथ और भावनगर में 150 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और ये जिले चक्रवात से सर्वाधिक प्रभावित होंगे।
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