महाराष्ट्र के गृह मंत्री पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर दोनों सदनों में हंगामा, राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित
मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख द्वारा महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपए की वसूली करवाने के आरोपों को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा हो रहा है।
![]() |
लोकसभा में भाजपा सदस्यों ने महाराष्ट्र के एक पुलिस अधिकारी द्वारा राज्य के गृह मंत्री के खिलाफ लगाये गए आरोपों का मुद्दा सोमवार को उठाया और इस मामले में केंद्रीय एजेंसियों से जांच कराने तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग की।
भाजपा सांसदों ने जहां इसे अत्यंत गंभीर मामला बताते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया, वहीं शिवसेना और कांग्रेस ने केंद्र पर महाराष्ट्र सरकार को गिराने का प्रयास करने का इल्जाम लगाया। शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए भाजपा के मनोज कोटक ने कहा कि महाराष्ट्र में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर वहां के गृह मंत्री के खिलाफ वसूली संबंधी गंभीर आरोप लगाये हैं और मुख्यमंत्री ने अभी तक इस मामले में एक भी शब्द नहीं बोला।
मुंबई से लोकसभा सदस्य कोटक ने दावा किया कि महाराष्ट्र के लोगों में धारणा है कि सरकार का इस्तेमाल व्यापारियों को डराने के लिए हो रहा है तथा इसमें अधिकारियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि इस मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए और महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।
शिवसेना के विनायक राउत ने कहा कि पिछले चौदह महीने में कई प्रयास करने के बाद भी भाजपा महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को गिराने में विफल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के माध्यम से महाराष्ट्र में सरकार को अस्थिर करने के प्रयास किये जा रहे हैं। राउत ने कहा कि जिन पुलिस आयुक्त के पत्र की बात हो रही है, उनके खिलाफ भी गंभीर आरोप हैं।
कांग्रेस के रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि यह बहुत गंभीर मुद्दा है और केंद्र में विपक्ष में बैठे दलों की राज्य में चल रहीं सरकारों के काम में केंद्रीय एजेंसियों की दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में अधिकारी दोषी होते हैं लेकिन वे बच निकलते हैं और संसद, विधानसभाओं में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप होते रहते हैं। बिट्टू ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ‘मध्य प्रदेश की तरह महाराष्ट्र में सरकार गिराना चाहती है।’
राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित
मुम्बई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह की ओर से महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देखमुख पर पुलिस अधिकारियों के माध्यम से धन वसूली के लगाये गये आरोप को लेकर राज्य सभा में सोमवार को प्रश्न काल के दौरान जबरदस्त हंगामा हुआ जिससे सदन की कार्यवाही अपरान दो बजे तक स्थगित कर दी गयी।
बीजेपी सांसद राज्य के गृह मंत्री को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। इस पर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि जो हो रहा है गलत हो रहा है। राज्य में पैस का लेने देन हो रहा है।
मुम्बई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह की ओर से महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देखमुख पर पुलिस अधिकारियों के माध्यम से धन वसूली के लगाये गये आरोप को लेकर राज्य सभा में सोमवार को प्रश्न काल के दौरान जबरदस्त हंगामा हुआ जिससे सदन की कार्यवाही अपरान दो बजे तक स्थगित कर दी गयी।
उप सभापति हरवंश ने प्रश्न काल संचालित करने की बहुत कोशिश की और उन्होंने प्रश्न पूछने के लिए सदस्यों के नाम भी पुकारे लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के इस मामले को लेकर किये जा रहे शोरशराबे और हंगामे के कारण कुछ स्पष्ट सुनाई नहीं दिया। यह हंगामा शून्य समाप्त होने के कुछ पहले ही शुरू हो गया था। सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदस्यों से बार-बार शांत रहने और अपनी सीट पर बैठने का अनुरोध किया लेकिन हंगामा जारी रहा। उन्होंने कहा कि कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जायेगा। इस बीच प्रश्न काल का वक्त शुरू हो गया और उप सभापति हरवंश आसन पर आ गये।
हरवंश ने भी दोनों पक्षों के सदस्यों से शांत रहने की बार-बार अपील की। उन्होंने प्रश्न काल संचालित करने की भरसक कोशिश की और प्रश्न पूछने के लिए सदस्यों के नाम पुकारे। कुछ सदस्यों ने प्रश्न भी पूछे लेकिन कुछ स्पष्ट सुनायी नहीं दिया।
कांग्रेस की छाया वर्मा ने जंगली जानवरों द्वारा फसलों को पहुंचायी जा रही क्षति और उसके मुआवजे के संबंध में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर से सवाल पूछा।
जावडेकर ने इस पर कहा कि उन्हें प्रश्न ठीक से सुनायी नहीं दिया और उन्होंने मुम्बई के पूर्व पुलिस आयुक्त के आरोप के बारे में कोई टिप्पणी की। इस दौरान दूसरे सदस्य भी शोरशराबा कर रहे थे। इस पर हरवंश ने सदन की कार्यवाही अपरान दो बजे तक स्थगित कर दी।
गौरतलब है कि मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पिछले हफ्ते पत्र लिखकर दावा किया था कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने पुलिस अधिकारियों को 100 करोड़ रूपये की मासिक वसूली करने को कहा है। इस पत्र के बाद राज्य में सियासी तूफान आ गया।
| Tweet![]() |