PM पहुंचे वाराणसी, मोदी के दीया जलाते ही जगमगाने लगी काशी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर सोमवार को वाराणसी पहुंचे हैं।बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद मोदी अलकनंदा रोरो यान से राजघाट पहुंचे।
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भगवान शिव की नगरी काशी आज एक बार भी ऐतिहासिक नजारों की गवाह बनी। देव दीपावली के मौके पर पहली बार कोई प्रधानमंत्री गंगा घाट पहुंचे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दीया जलाते ही गंगा किनारे रखे लाखों दीये जगमगा उठे। हर तरफ अलौकिक छटा बिखर गई।
प्रधानमंत्री घाट के विशाल प्लेटफार्म पर बनाए गए मंच पर विराजमान हुए। देव दीपावली का पहला दीप जलाया और काशी की विशाल घाट श्रृंखला पर मानो छोटे-छोटे दीपों के रूप में सितारों की बरसात हो गई। शहर के इस उत्तरी छोर पर स्थित राजघाट से ही दक्षिण ओर फैली घाट श्रृंखला के साथ ही उस पार रेत तक उभर आई देव। देव दीपावली की अद्भुत छटा पर नजर डाल मोदी विभोर हो उठे।
#WATCH | यूपी, वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीप प्रज्ज्वलित कर देव दीपावली महोत्सव का शुभारंभ किया। pic.twitter.com/O1uhMNtVcy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 30, 2020
घाट पर जहां आयोजकों की ओर से तैयारियों को दोपहर तक पूरा कर आयोजन को भव्य रुप देने की तैयारी पूरी कर ली गई, वहीं सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी का इंतजार था। मोदी के दीप जलाते ही उत्तरवाहिनी मां गंगा समेत नदियों और सरोवर कुंडों के तट पर लाखों दीपों की माला जगमगा उठी। धूप-दीप, गुग्गुल-लोबान की सुवास ने श्रद्धा के भाव संग शाम होते ही घाटों को गमकाया, तो घाटों की अर्ध चंद्राकार श्रृंखला भी आस्था के अपार सागर से ओतप्रोत नजर आई। घाटों की साज सज्जा ऐसी कि मानो स्वर्ग साक्षात मां गंगा के आंचल में समाने व्याकुल नजर आने लगा।
उन्होंने राजघाट पर ही पर्यटन विभाग की ओर से बनाई गई पावन पथ वेबसाइट को भी लॉन्च किया। पावन पथ वेबसाइट में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर को केंद्र में रख कर सभी देवालयों के बारे में जानकारी दी गई है। इसमें नौ दुर्गा, नौ गौरी, द्वादश ज्योतिर्लिग, छप्पन विनायक, अष्ट भैरव समेत लगभग डेढ़ सौ देवालयों का इतिहास-भूगोल सहेजा गया है। इस पर काशी से जुड़े तीज-त्योहारों के बारे में भी बताया गया है। पीएम मोदी का यह तेइसवां काशी दौरा है। हालांकि वे देव दीपावली पर पहली बार काशी आए हैं।
यहां 6 लेन हाईवे का लोकार्पण करने के बाद उन्होंने खजुरी में जनसभा की। इसके बाद वह बाबा विश्वनाथ के मंदिर पहुंचे। उन्होंने यहां बाबा विश्वनाथ का अभिषेक किया। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। बाबा विश्वनाथ के पूजन में फूल, दूध, दही, शहद, चंदन, रोड़ी, सुपारी, फल, मेवा आदि चढ़ाया गया। मोदी एक-एक कर सामग्री बाबा विश्वनाथ को अर्पित की। उन्होंने षोडशोपचार पूजन किया और आरती उतारी। प्रधानमंत्री को प्रसाद के रूप में रुदाक्ष की माला, बेलपत्र, भस्मी, बाबा का चित्र और दुपट्टा मिला।
बाबा विश्वनाथ के मंदिर पहुंचने के लिए मोदी ने क्रूज की सवारी की। भगवान अवधूत राम घाट से मोदी और योगी अलकनंदा क्रूज से ललिता घाट पहुंचे। इसके बाद उन्होंने विश्वनाथ कॉरिडोर के विकास कार्यो का जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने कॉरिडोर के रास्ते में विश्वनाथ मंदिर और काशी से जुड़े कुछ विशिष्टजनों से मुलाकात भी की। मोदी क्रूज से ही राजघाट पहुंचेंगे और दीया जलाकर दीपोत्सव का शुभारंभ करेंगे। यहीं पावन पथ वेबसाइट का लोकार्पण भी होगा।
देश के प्रतिनिधि के तौर प्रधानमंत्री ने देश के लिए मंगल कामना की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें स्मृति चिह्न् भेंट किया। साथ ही पचास हजार वर्ग मीटर में आकार ले रहे विस्तारीकरण व सुंदरीकरण परियोजना के बारे में जानकारी दी। पीएम ने कॉरिडोर क्षेत्र में बन रहे भवनों का निरीक्षण किया। स्तंभों पर उकेरी गई नक्काशी को ध्यान से देखा। डॉक्यूमेंट्री के जरिए भी वह विस्तारीकरण व सुंदरीकरण परियोजना की प्रगति से रूबरू हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। सोमवार को एयरपोर्ट पर उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बटन दबा कर सिक्स लेन का लोकार्पण किया। 73 किलोमीटर का यह मार्ग प्रयागराज व वाराणसी को जोड़ेगा। दिसंबर 2014 से इस मार्ग का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले काशी प्रयागराज सिक्स लेन हाइवे का लोकार्पण किया। 2,474 करोड़ रुपयों से 73 किलोमीटर लंबी इस परियोजना से वाराणसी और प्रयागराज के बीच की दूरी घट जाएगी। हर हर महादेव से मोदी ने संबोधन की शुरूआत की। उन्होंने भोजपुरी में अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए सभी को प्रणाम किया। जनसभा स्थल के आसपास के गावों और कस्बों का नाम लेकर सभी का आभार जताते हुए देव दीपावली और गुरु पर्व की शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा कि काशी को आज आधुनिक इंफ्रास्ट्रचर का एक और लाभ मिल रहा है। इसका लाभ काशी के साथ ही प्रयागराज को भी मिल रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि साल 2013 में मेरी पहली जनसभा इसी मैदान पर हुई थी। तब यहां से गुजरने वाला हाइवे फोर लेन का था। आज बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से हाइवे सिक्स लेन का हो चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देव दीपावली पर बनारस आगमन के पीछे गहरा उद्देश्य छिपा है। कोविड-19 संक्रमण काल में काशी से विश्व को बड़ा संदेश देने की मंशा है। महामारी के बीच उत्सव को कैसे मनाया जा सकता है, पूरा आयोजन इस उद्देश्य में सिमट गया है।
दोपहर 2.10 पर विशेष विमान से बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले परियोजना के मॉडल को देखा।
अनूठे जल प्रकाश उत्सव के रूप में विश्व विख्यात देव दीपावली के मौके पर उत्तरवाहिनी मां गंगा के घाटों पर खास नजारा देखने के लिए देश-दुनिया से लोगों का हुजूम दोपहर बाद ही घाटों की ओर बढ़ चला था। भीड़ देखकर नहीं लग रहा था कि कोरोना जैसी कोई महामारी भी फैली है। प्रधानमंत्री मोदी एक बार फिर क्रूज में सवार होकर ललिता घाट के लिए निकल चुके हैं। इसके बाद वो राजघाट जाएंगे और यहां के कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
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