एक देश, एक चुनाव देश की जरूरत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को मुंबई आतंकी हमलों के लिए सीधे जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अब भारत में नई रीति-नीति से आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है।
![]() प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
प्रधानमंत्री ने पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने की वकालत करते हुए कहा कि यह आज देश की जरूरत है। पीठासीन अधिकारियों के 80वें सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 2008 में देश पर सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ था। पाकिस्तान से भेजे आतंकियों ने मुंबई पर धावा बोल दिया था। इस हमले में अनेक भारतीयों की मृत्यु हुई थी। कई और देशों के लोग भी मारे गए थे। उन्होंने कहा कि तब और अब में फर्क आ गया है। अब यह नई नीति-रीति का भारत है, अब आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अनेक बार चर्चा कर चुके हैं कि पूरे देश में एक साथ चुनाव होना चाहिए अन्यथा पूरे साल भर देश के किसी ने किसी कोने में चुनाव होते हैं, जिसका असर विकास कार्य पर पड़ता है। आज यह देश की जरूरत है कि हम एक साथ चुनाव का आयोजन करें और देश को आगे बढ़ाएं। हम पूरे देश में एक ही निर्वाचन सूची बनाएं। अलग-अलग देशों में अलग-अलग सूची बनाने का कोई औचित्य नहीं रहा।
तीनों अंग अधिक समन्वय से करें काम : प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान के तीनों अंगों की भूमिका से लेकर मर्यादा तक सब कुछ संविधान में ही वर्णित है। तीनों पहले से ज्यादा समन्वय से कार्य कर रहे हैं, फिर भी इनको राष्ट्रहित में ज्यादा समन्वय से काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इससे संविधान के तीनों अंगों पर जनता का विश्वास कायम होगा। कोविड-19 की विषम परिस्थिति में भारत की 130 करोड़ से ज्यादा जनता ने जिस परिपक्वता का परिचय दिया है, उसकी एक बड़ी वजह, सभी भारतीयों का संविधान के तीनों अंगों पर पूर्ण विश्वास है।
| Tweet![]() |