कोरोना वैक्सीन सभी चरणों से पास होनी जरूरी
संसद की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से सम्बंधित स्थाई समिति ने कोरोना को लेकर सरकार को कई सलाह दी हैं।
कोरोना वैक्सीन सभी चरणों से पास होनी जरूरी |
इसमें गरीब व्यक्तियों को सब्सिडी पर वैक्सीन से लेकर अस्पतालों में कोरोना पीड़ितों के लिए बिस्तर की कमी और ऑक्सीजन सिलेंडर के दामों जैसे तमाम विषयों पर चर्चा की गई है। समिति का यह भी कहना है कि राज्यों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की काफी गुंजाइश है और गांव में स्वास्थ्य सेवाओं का ढांचा सुधारने के लिए बहुत काम करने की जरूरत है।
संसद की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से संबंधित स्थाई समिति के अध्यक्ष प्रो. रामगोपाल यादव ने यह रिपोर्ट वर्चुअली राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू को सौंपी। संसद के इतिहास में किसी समिति की रिपोर्ट वर्चुअली सौंपे जाने का यह पहला वाकिया है। रिपोर्ट को सोमवार तक राज्यसभा की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उसका मकसद कोरोना को लेकर सरकार की आलोचना करना नहीं है लेकिन प्रबंधन के स्तर पर कहां खामियां रह गई हैं, उन्हें समझने और सरकार को समझाने का प्रयास अवश्य किया गया है।
समिति ने पाया है कि सरकारी अस्पतालों में कोरोना रोगियों के लिए न पर्याप्त संख्या में बिस्तर उपलब्ध हैं और न वेंटिलेटर। अपनी सिफारिश में समिति ने यह भी कहा है कि स्वास्थ्य सेवाओं के ढांचे पर अधिक धन राशि खर्च किए जाने की जरूरत है। ऑक्सीजन सिलेंडरों की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता नहीं होने और उनकी कीमत में काफी अंतर मिलने पर समिति ने चिंता जताते हुए कहा है कि इसके लिए स्पष्ट नीति होनी चाहिए थी।
रिपोर्ट में संसदीय समिति ने यह भी कहा है कि कोरोना के टेस्ट में विश्वसनीयता भी जरूरी है और संक्रमण से बचाव के लिए अधिक संख्या में आरटीपीसीआर टेस्ट जारी रहने चाहिए। इस समिति ने अपनी सिफारिश में यह भी कहा है कि टेस्ट के डिवाइस बनाने वाले स्वदेशी उद्योग को सरकार को बढ़ावा देना चाहिए।
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