रक्षा बंधन की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ने कहा, महिलाओं के सम्मान के लिए खड़े हों
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को देशवासियों को रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महिलाओं के सम्मान और गरिमा के लिए खड़े होने का संकल्प लें, जिससे वे राष्ट्र और समाज को अपना सर्वश्रेष्ठ योदान दे पाएं।
![]() राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (file photo) |
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, "रक्षा बंधन के शुभ अवसर पर, मैं अपने सभी साथी नागरिकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।"
कोविंद ने कहा कि राखी प्रेम, स्नेह और विश्वास का पवित्र धागा है जो बहनें अपने भाई की कलाई पर बांधती हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, "यह एक विशिष्ट त्योहार है जो महिलाओं के हितों की रक्षा और उनकी कुशलता के लिए काम करने की हमारी इच्छाशक्ति को और मजबूती देता है।"
कोविंद ने कहा, "इस दिन, आइए ये शपथ लें कि हम महिलाओं के सम्मान और गरिमा के लिए खड़े होंगे, जिससे वे राष्ट्र और समाज के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे सकें।"
उन्होंने कहा कि रक्षा बंधन एक शुभ दिन है, जिसमें भाई और बहन के बीच अटूट बंधन का जश्न मनाया जाता है। त्योहार का सही अर्थ इसके शाब्दिक अनुवाद से है, जो 'सुरक्षा' और 'बंधन' के लिए है।
यह पवित्र त्यौहार 'श्रावण' के हिंदू चंद्र कैलेंडर महीने के अंतिम दिन मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त में पड़ता है। इस वर्ष, यह तीन अगस्त (सोमवार) को मनाया जाएगा।
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