भारत में साइबर हमले की फिराक में चीन
लद्दाख सीमा पर घुसपैठ की कोशिशों के बीच चीन की साइबर आर्मी भारत पर साइबर हमले की तैयारी में है। भारतीय एजेंसियों को पीएलए व चीन के हैकर कम्युनिटी में हुए संवाद पकड़ में आए हैं।
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जिसमें भारत पर बड़े पैमाने पर साइबर हमला करने की साजिश का पता चला है। इस सूचना के बाद आईटी मंत्रालय ने तमाम महत्वपूर्ण संस्थानों एवं व्यापारिक प्रतिष्ठानों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार चीन के हैकरों ने पीएमओ, विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, वित्त, संचार मंत्रालय समेत कई अन्य महत्वपूर्ण सरकारी संस्थानों को टारगेट करने का प्लान बनाया है। इसके अलावा तमाम निजी और वित्तीय संस्थाओं के मेल को भी निशाने पर रखा गया है। सूत्रों की माने तो हैकरों ने 20 लाख से ज्यादा लोगों के ईमेल को टारगेट पर रखा है। यह हमला कभी भी शुरू हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार भारत पर चीन का यह साइबर हमला ऑस्ट्रेलिया पर हुए हमले की तर्ज पर ही करने की योजना है। आईटी मंत्रालय ने तमाम सरकारी संस्थानों को 24 घंटे मॉनिटिरंग करने के निर्देश दिए हैं इसके साथ यह भी कहा गया है कि जो डाटा चीनी एप्स के द्वारा बाहर जा रहा है उसे रोकने के समुचित उपाय किए जाएं। ड्रैगन अपने इस साइबर डंक के द्वारा भारत में अव्यवस्था फैलाने की साजिश रच रहा है। यह चीन का अदृश्य हथियार है इससे चीन दुनिया भर में छिपकर हमला करता है। चीन की खुफिया सेना का हिस्सा है यह साइबर हैकर। चीन की साइबर आर्मी पूरी दुनिया के देशों से महत्वपूर्ण सूचनाएं निकालकर अपनी सेना को देती है।
महत्वपूर्ण नेताओं, अधिकारियों तथा संस्थाओं के मेल, कंप्यूटर, लैपटॉप पर हमला कर गोपनीय दस्तावेज एवं सूचनाएं चुराते हैं। चीन में यह साइबर आर्मी पीएलए की देखरेख में तैयार होती है। भारत में साइबर आर्मी का काम इसलिए भी आसान है क्योंकि भारत के मोबाइल फोन सर्वरों में चीनी उपकरण लगे हुए हैं जिस से हैकरो को मदद मिलती है। इन उपकरणों के माध्यम से यह सैन्य रणनीति, व्यापार नीति का डाटा चुराते हैं। साइबरआर्मी का हमला बहुत ही खतरनाक होता है। चीनी हैकरों ने पिछले 6 माह में 40000 हमले किए हैं। पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया में हुए हमले ने वहां की सारी व्यवस्था को हिला कर रख दिया था।
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