संसद में उठा दिल्ली अग्निकांड का मुद्दा, शाह मंगलवार को देंगे जवाब

Last Updated 10 Dec 2019 02:50:09 AM IST

दिल्ली में रविवार को हुए भीषण अग्निकांड का मुद्दा सोमवार को संसद के दोनों सदनों में उठा और सदस्यों ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कानून बनाने की मांग की।


गृह मंत्री अमित शाह (फाइल फोटो)

लोकसभा में शून्यकाल में जदयू के दिनेश चंद्र यादव और सुनील कुमार पिंटू, भाजपा के राजीव प्रताप रूड़ी तथा कांग्रेस केके सुरेश ने यह मुद्दा उठाया।

दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली के अग्निकांड में जिन मजदूरों की मौत हुई है, उनमें से ज्यादातर बिहार के रहने वाले थे। उन्होंने कहा कि शवों को मृतकों के घर पहुंचाने का प्रबंध किया जाए, प्रत्येक मृतक के परिवार को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कानून बनाया जाए। रूड़ी ने कहा कि यह बहुत दर्दनाक हादसा था और इसके लिए विशेष जांच बैठाई जाए। पिंटू ने कहा कि मृतकों के परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए। सुरेश ने कहा कि इस मामले पर गृह मंत्री को जवाब देना चाहिए। इस पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि इस विषय पर गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को सदन में जवाब देंगे।

पर्याप्त सुरक्षा उपायों का अभाव चिंताजनक : राज्यसभा की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने इस हादसे का जिक्र करते हुए कहा कि हादसे में न केवल 43 लोगों की जान चल गई, बल्कि 20 लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। सभापति ने कहा कि इतनी अधिक संख्या में बेकसूर लोगों की जान जाना और लोगों का घायल होना बेहद दुखद है तथा पर्याप्त सुरक्षा उपायों का अभाव चिंताजनक है। शून्यकाल में भाजपा और आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने इस अग्निकांड का मुद्दा उठाने की अनुमति मांगी थी।

कोई सबक नहीं सीखा गया : भाजपा के विजय गोयल ने कहा कि दिल्ली में उपहार सिनेमा अग्निकांड हुआ और इसके बाद ओखला, नरेला, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन सहित अन्य जगहों पर भी भीषण आग लगी। लेकिन इनसे कोई सबक नहीं सीखा गया। गोयल ने कहा कि हजारों की संख्या में अवैध इमारतों में फैक्टरियां चल रही हैं और वहां सुरक्षा के समुचित उपाय नहीं हैं। पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक में आधी से अधिक इमारतों की हालत बहुत ज्यादा खराब है। भाजपा सदस्य ने कहा कि वह उन 150 दमकल कर्मियों और पुलिस अधिकारियों की सराहना करते हैं, जिन्होंने अथक परिश्रम कर 60 से अधिक लोगों की जान बचा ली। गोयल ने कहा ‘‘मजिस्ट्रेट जांच और दस दस लाख रुपए के मुआवजे से कुछ नहीं होगा। हमें इस बात पर ध्यान केंद्रित करना होगा कि इस तरह की घटनाएं दोबारा न होने पाएं।’’

सुरक्षा उपायों पर विचार करना चाहिए : आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने कहा कि राजधानी के रानी झांसी रोड पर फिल्मिस्तान के पास अनाज मंडी स्थित चार मंजिला इमारत में भीषण आग लगने से जिन लोगों की जान गई, वे मजदूर थे और आजीविका की खातिर दूर-दराज से दिल्ली आए थे। उन्होंने कहा कि इमारत में 100 से अधिक कामगार थे और वहां रोशनदान आदि की कोई व्यवस्था नहीं थी। बाहर से ताला बंद था और शार्ट सर्किट हो गया। सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम, डीडीए सहित सभी संबद्ध प्राधिकरणों को साथ बैठ कर सुरक्षा के उपायों पर विचार करना चाहिए, ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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