मेनका गांधी ने हैदराबाद मुठभेड़ पर उठाए सवाल
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने हैदराबाद पुलिस द्वारा किए गए मुठभेड़ पर सवाल उठाए हैं, जिसमें महिला पशु चिकित्सक के साथ दुष्कर्म करने और उसकी हत्या करने के चारों आरोपी मारे गए हैं।
![]() पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी (फाइल फोटो) |
मुठभेड़ की निंदा करते हुए मेनका गांधी ने कहा, "जो भी हुआ है बहुत भयानक हुआ है इस देश के लिए। आप लोगों को इसलिए नहीं मार सकते, क्योंकि आप चाहते हैं। आप कानून को अपने हाथ में नहीं ले सकते, वैसे भी उन्हें अदालत से फांसी की सजा मिलती।"
उन्होंने कहा, "अगर न्याय बंदूक से किया जाएगा तो इस देश में अदालतों और पुलिस की क्या जरूरत है?"
वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए पर गैर न्यायिक तरीके से नहीं। इस तरह हत्याकर न्याय देना ठीक नहीं।
उन्होंने कहा कि निर्भयाकांड के बाद 2012 में जो सख्त कानून बने उसका पालन क्यों नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा मुठभेड़ में आरोपियों को मार गिराना न्याय नहीं है।
कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद शशि थरूर ने कहा कि न्यायेतर हत्याएं स्वीकार्य नहीं है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सैद्धांतिक रूप से सहमत हूं। हमें और जानने की जरूरत है, उदाहरण के लिए अगर आरोपियों के पास हथियार थे तो पुलिस का गोली चलाना सही था। विस्तृत जानकारी मिलने तक इसकी निंदा करना सही नहीं है, लेकिन कानून के समाज में न्यायेतर हत्याएं स्वीकार्य नहीं हैं।’’
हैदराबाद में एक युवा पशु चिकित्सक के साथ निर्मम सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के एक सप्ताह बाद, पुलिस ने कथित 'मुठभेड़' में सभी चार आरोपियों को मार गिराया।
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