कश्मीर बंद: जनजीवन सामान्य, हिरासत में लिए नेताओं को राहत नहीं
कश्मीर घाटी में धीरे-धीरे जनजीवन सामान्य हो रहा है जहां पांच अगस्त से इंटरनेट और प्री-पेड मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गयीं थी।
कश्मीर मे जनजीवन सामान्य |
इस दौरान पूर्व तीन मुख्यमंत्रियों डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उनके बेटे उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के अलावा पूर्व मंत्रियों और विधायकों सहित राज्य की मुख्यधारा के शीर्ष नेताओं को हिरासत रखा गया है और उन्हें अभी कोई राहत नहीं दी गयी है।
आज अपरान दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद होने से पहले सुबह खुली रहीं। पिछले तीन महीनों से सुबह के समय चार से पांच घंटों तक दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान सामान्य रूप से खुले रहते हैं। ठंड के मौसम ने हालांकि वहां के व्यवसायों को सुबह देर से शुरू करने और दोपहर के बाद बंद किया जाता है।
राजधानी श्रीनगर में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। घाटी के अन्य हिस्सों से भी इसी तरह की रिपोर्ट मिल रही हैं।
राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों और अन्य वाहनों समेत सार्वजनिक वाहन लगभग सभी मार्गो पर सामान्य रूप से चलते हुए दिखाई दिये। कैब, यात्री बसें और अन्य वाहनों के अलावा निजी कारें और दुपहिया वाहन सुबह से रात तक चलते हुए दिखाई दे रहे हैं जिससे व्यस्त मार्गो पर वाहनों की जाम की स्थिति भी बनी गयी। स्कूलों और विश्वविद्यालयों की बसें सड़कों पर हालांकि नहीं उतरीं।
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