महाराष्ट्र में कौन बनेगा प्रोटेम स्पीकर? रेस में बीजेपी के 3 विधायक

Last Updated 26 Nov 2019 01:16:00 PM IST

सुप्रीम कोर्ट द्वारा महाराष्ट्र में बुधवार को बहुमत परीक्षण कराने का आदेश देने के बाद मंगलवार को एक बड़ा प्रश्न खड़ा हो गया है कि महाराष्ट्र विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर कौन होगा।


राज्यपाल बी.एस. कोश्यारी को एक प्रोटेम स्पीकर नियुक्त कर उसे शपथ दिलानी होगी। यह स्पीकर 14वीं विधानसभा में सभी नए विधायकों को शपथ दिलाएगा।

वैसे तो विधानसभा के सबसे वरिष्ठ विधायक को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाता है, हालांकि पूर्व में ऐसा नहीं भी हुआ है।

इस समय भाजपा और राकांपा-कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन के बीच बड़ा मुकाबला चल रहा है। इस बीच 288 सीटों की विधानसभा में भाजपा ने अपने पक्ष में 173 विधायकों और विपक्षी दलों ने 162 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।

मौजूदा विधानसभा में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और संगमनगर (अहमदनगर) से निर्वाचित बालासाहेब थोरात सबसे वरिष्ठ विधायक हैं और वह आठ बार विधायक निर्वाचित हुए हैं।

अन्य वरिष्ठ नेताओं में -राकांपा के बागी विधायक और उप मुख्यमंत्री अजित पवार, राकांपा के जयंत पाटील और दिलीप वलसे-पाटील, कांग्रेस के के.सी. पडवी और भाजपा के बबनराव पाचपुते, कालिदास कोलंबकर हैं। ये सभी सात-सात बार विधायक बन चुके हैं।

सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र विधानसभा सचिवालय ने 17 वरिष्ठ विधायकों की सूची राजभवन को भेजी है। सूची में शामिल चार भाजपा विधायकों में हरिभाऊ बागड़े, बबनराव पाचपुते, कालिदास कोलम्बकर और राधाकृष्ण विखे पाटील शामिल हैं। इसमें हरिभाऊ पिछली विधानसभा में स्पीकर रह चुके हैं।

सूची में शामिल भाजपा के राधाकृष्ण विखे-पाटील और हरिभाऊ बागड़े, राकांपा के छगन भुजबल छह-छह बार विधायक बन चुके हैं।

जहां वलसे-पाटील और बागड़े 12वीं और 13वीं विधानसभा में स्पीकर रह चुके हैं, वहीं इस बार राकांपा नेता अजित पवार की जगह जयंत पाटील विधायक दल के नेता बन गए हैं।

इससे पहले 13वीं विधानसभा में नौ बार निर्वाचित हुए संगोले (सोलापुर) के विधायक गणपतराव देशमुख ने स्वास्थ्य का हवाला देकर इस पद से इंकार कर दिया था। देशमुख पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी से हैं।

इसके बाद सात बार विधायक रहे दूसरे सबसे वरिष्ठ सदस्य जीवा पंडू गवित को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया और उन्होंने सभी सदस्यों को शपथ दिलाई।

इस बार हालांकि देशमुख (93) ने चुनाव नहीं लड़ा, वहीं गावित चुनाव हार गए, जिसके बाद थोरात सबसे वरिष्ठ विधायक हैं।


 

आईएएनएस
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment