महाराष्ट्र : ढाई-ढाई साल सीएम पद साझा करेंगे शिवसेना-एनसीपी
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर पिछले 21 दिनों से चले आ रहे गतिरोध के खत्म होने के आसार आज तब बढ़ गए जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राज्य में सरकार गठन को लेकर हरी झंडी दिखा दी।
![]() नई दिल्ली : शरद पवार के घर कांग्रेस-राकांपा नेताओं की बैठक। |
राकांपा नेता शरद पवार के साथ पिछले दो दिनों में दो बार बातचीत के बाद सोनिया ने सरकार को लेकर अपनी रजामंदी दे दी।
सूत्रों के अनुसार राज्य में सरकार गठन का जो फॉमरूला तय हुआ है, उसके अनुसार शिवसेना व राकांपा के बीच ढाई-ढाई वर्ष तक मुख्यमंत्री के पद का बंटवारा होगा, वहीं उपमुख्यमंत्री व स्पीकर का पद कांग्रेस के खाते में जाएगा। मंत्रीपद को लेकर भी अभी तक जो सहमति बनती नजर आ रही है, उसमें शिवसेना 16, राकांपा 14 व कांग्रेस को 12 मंत्री मिलने की बात कही जा रही है।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शिवसेना से विवादास्पद मुद्दे छोड़ने की गारंटी मिलने के बाद सरकार को लेकर अपनी सहमति दी। इस संबंध में उन्होंने शरद पवार से लंबी बात की। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी की हिचक शिवसेना के उग्र हिदुत्ववादी विचारधारा को लेकर थी। इसके चलते ही वह सरकार को लेकर हिचक रही थीं। सूत्रों के अनुसार न्यूनतम कार्यक्रम लगभग अंतिम अवस्था में है और कुछ मुद्दों पर इसे अंतिम रूप देने के लिए कांग्रेस व राकांपा के नेता कल-परसों फिर बैठेंगे।
इससे पूर्व आज सोनिया गांधी व शरद पवार के बीच बातचीत हुई। इसके बाद कांग्रेस नेता अहमद पटेल, मल्लिकाजरुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, बालासाहेब थोराट व पृथ्वीराज चव्हाण कांग्रेस अध्यक्ष से मिले। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद ये नेता शरद पवार के आवास पर राकांपा नेताओं के साथ बैठक में शामिल हुए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार के आवास पर हुई बैठक में महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर तौर-तरीकों को तय करने पर चर्चा हुई।
बैठक में न्यूनतम साझा कार्यक्रम को लेकर बातचीत हुई। इस बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, जयराम रमेश, मल्लिकाजरुन खड़गे, पृथ्वीराज चव्हाण, केसी वेणुगोपाल, बालासाहेब थोराट ने हिस्सा लिया, वहीं राकांपा की ओर से बैठक में सुप्रिया सुले, अजित पवार, जयंत पाटिल, नवाब मलिक शामिल हुए।
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