दिवाली और अयोध्या आतंकियों के निशाने पर
दिवाली के जश्न में अयोध्या की तैयारी। जी हां, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने आतंकी गुट, खास कर लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद को कहा है कि दिवाली के साथ-साथ अयोध्या मामले को भी ध्यान में रखो और मौका मिलते ही आतंकी हमले का ट्रिगर दबा दो, चाहे जो भी हो जैसे भी हो।
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आईएसआई ने इन आतंकियों को नेपाल के रास्ते भारत में भेजने की रणनीति बनाई है। इस मामले में सिमी भी मदद करेगा।
खुफिया सूत्रों के अनुसार आतंकवाद के प्रति केन्द्र सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति आतंकियों को भारी पड़ रही है। सुरक्षा बलों की मुस्तैदी और सटीक सूचना के कारण आतंकवादी मारे जा रहे हैं। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इससे बौखला गई है। वह दिवाली तक किसी भी तरह आतंकी हमले को अंजाम देना चाहती है। उधर, पीओके में दिवाली तक डेरा डाले रखने की लश्कर कमांडर हाफिज सईद की योजना है।
सूत्रों के अनुसार इधर अयोध्या मामले को लेकर भी आईएसआई बौखला गई है। कश्मीर में अलगाववादी नेताओं से भी मदद नहीं मिल पा रही है, ताकि कश्मीर में साम्प्रदायिक तनाव फैलाया जा सके। लिहाजा, आईएसआई ने खूंखार जैश आतंकी जफर हुसैन और इकबाल मोहम्मद काजमी, सरफरोज, अल्ताफ बट्ट, जमीर अल्ताफ को भारत में आतंकी हमला करने का जिम्मा सौंपा है। यानि लोग दिवाली के जश्न में डूबे रहेंगे और उधर आतंकी हमला करेंगे।
सूत्रों के अनुसार आईएसआई ने नेपाल के रास्ते जैश के खूंखार आतंकियों को भारत में प्रवेश कराने की योजना बनाई है। इसके लिए उत्तर प्रदेश और बिहार के रास्ते भारत में प्रवेश कराने की तैयारी कर ली गई है। सूत्रों के अनुसार आईएसआई ने सेना के कमांडरों, जो बांग्लादेश स्थित पाक आफिस में हैं, को कहा है कि बांग्लादेश के रास्ते भी आतंकियों को भारत में प्रवेश कराएं। इसमें मेजर महमूद इकबाल, शोएब अंसारी जैसे सेना के अधिकारी शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार आईएसआई की योजना है कि कम से कम दो दर्जन से ज्यादा आतंकियों को दीपावली के पहले तक भारत भेज दे। खुफिया सूत्रों के अनुसार नेपाल में पाकिस्तान का मित्र देश रहने और हथियार देने की व्यवस्था कर सकता है। खुफिया सूत्रों के अनुसार यूपी के आजमगढ़, गोरखपुर, अलीगढ़ और कानपुर देहात के इलाके में आतंकी छिप सकते हैं। बिहार में किशनगंज, पूर्णिया, बलरामपुर, भागलपुर और दरभंगा में आतंकी शरण ले सकते हैं।
चूंकि आतंकी संगठन जैश के स्लीपर सेल इन जगहों पर हैं, इसलिए आतंकियों को रहने व अन्य चीजों में मदद मिल सकती है। खुफिया सूत्रों के अनुसार प्रतिबंधित संगठन सिमी भी इस हमले में जैश व लश्कर जैसे आतंकियों को मदद करेगा। आतंकी गोला बारूद, चीनी रायफल, ग्रेनेड आदि की व्यवस्था करने की तैयारी में हैं।
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