आरे: जावड़ेकर बोले- दिल्ली मेट्रो के वक्त भी हुआ था विरोध, बाद में 1 के बदले 5 पेड़ लगे
मुंबई की आरे कॉलोनी में हुई पेड़ों की कटाई पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शनिवार को कहा कि उच्च न्यायालय ने माना है आरे जंगल नहीं है और जहां जंगल है, आप वहां पेड़ नहीं काट सकते हैं।
![]() केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (फाइल फोटो) |
उन्होंने उदाहरण देते हुये कहा, "दिल्ली में मेट्रो आज दुनिया में सबसे अच्छी मेट्रो है। बाहर के देशों के लोग यहां आकर मेट्रो को देखते हैं कि इसका विकास कैसे हुआ। जब पहला मेट्रो स्टेशन बना तो 20-25 पेड़ गिराने की जरूरत थी, तो लोगों ने इसका विरोध किया लेकिन एक पेड़ के बदले पांच पेड़ लगाये गये और पिछले 15 साल में पेड़ बड़े हो गये हैं। वहां 271 स्टेशन बने, दिल्ली का जंगल भी बढ़ा, पेड़ भी बढ़े और दिल्ली में तीस लाख लोगों के लिये सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था हुई। मतलब यही है कि विकास भी और पर्यावरण की रक्षा भी, दोनों साथ में हुये।"
यह पूछने पर कि भाजपा की सहयोगी शिवसेना भी इन पेड़ों को काटने का विरोध कर रही है, उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, अगर कहीं पेड़ काटे जाते हैं तो उससे अधिक लगाये भी जाते हैं।
केंद्रीय पर्यावरण और सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर आज शनिवार को लखनऊ में थे। भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने सरकार की आर्थिक नीतियों की जमकर तारीफ करते हुये कहा कि पूरी दुनिया में मंदी है और भारत पर भी इसका कुछ असर हुआ है लेकिन मोदी सरकार लगातार इस पर काम कर रही है।
उन्होंने अपने पर्यावरण मंत्रालय के बारे में कहा कि पहले पर्यावरण विभाग से किसी एक परियोजना को पूरा करने में बहुत समय लगता था लेकिन अब ऐसी व्यवस्था की गयी है कि कम से कम समय में सभी अनुमतियां मिल जायें, लेकिन इसके लिये हमने कोई समझौता नहीं किया है, बल्कि नियमों को आसान कर दिया है।
जावड़ेकर ने कहा कि देश में छोटे बैंक का बड़े बैंक में विलय दोनों को काफी मजबूत करेगा और इससे बैंक द्वारा दिए जाने वाले कर्ज की निगरानी भी अच्छी तरह होगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार हर स्तर पर कनेक्टिविटी को बेहतर कर रही है, शुक्रवार को लखनऊ से तेजस ट्रेन का संचालन हुआ है, यह एक बड़ी शुरुआत है।
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