पुलवामा के बाद दिल्ली-एनसीआर था जैश का निशाना

Last Updated 17 Sep 2019 04:17:13 AM IST

पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई जगहों पर 14 फरवरी के पुलवामा हमले की तरह ही ‘फिदायीन’ हमलों की साजिश रच रहा था।


पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) का मुखिया मौलाना मसूद अजहर

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सोमवार को अपने आरोपपत्र में यह खुलासा किया।

जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे। यहां की एक विशेष अदालत के समक्ष दायर याचिका में एनआईए ने जेईएम के चार आतंकवादियों के नाम लिए जो पुलवामा हमले की साजिश में शामिल थे। इन आतंकवादियों के नाम सज्जाद अहमद खान (27), तनवीर अहमद गनी (29), बिलाल अहमद मीर (23), मुजफ्फर अहमद भट्ट (25) हैं। सभी पुलवामा के निवासी हैं।

एजेंसी के अनुसार, उसने मामले में 15 मार्च को एक केस दर्ज किया था जो कि वरिष्ठ जेईएम कमांडरों द्वारा दिल्ली-एनसीआर समेत भारत के अन्य हिस्सों में आतंकी साजिश रचने के संबंध में कुछ जानकारियों पर आधारित था।

एजेंसी ने कहा, जांच से पता चला है कि आरोपी व्यक्ति आतंकी संगठन जेईएम के सदस्य हैं और वे लोग आतंकी हमले की साजिश रच रहे थे। साथ ही अपने संगठन की गतिविधि का प्रचार कर रहे थे। एजेंसी ने कहा कि मारा गया जेईएम का आतंकवादी मुदस्सिर अहमद खान साजिश का मास्टरमाइंड था और वह पुलवामा हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था।

एनआईए ने कहा, क्योंकि मुदस्सिर जम्मू एवं कश्मीर में त्राल शहर के पिंगलिश गांव में 9-10 मार्च की मध्यरात्रि को सुरक्षाबलों के हाथों मारा गया, उसके खिलाफ आरोपों को हटा दिया गया है। एजेंसी ने कहा, सज्जाद और मुजफ्फर, मुदिस्सर के सीधे संपर्क में था, जबकि तनवीर और बिलाल मुदिस्सर के जरिए सज्जाद के संपर्क में था। तनवीर और बिलाल पुलवामा हमले की तरह ही फिदायीन हमले करना चाहते थे।

आईएएनएस
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment