जरूरत तक जारी रहना चाहिए आरक्षण : संघ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सोमवार को यहां कहा कि समाज में सामाजिक और आर्थिक विषमता रहने के कारण आरक्षण की जरूरत है और जब तक इसके लाभार्थियों को इसकी जरूरत महसूस होती है, इसे जारी रखना चाहिए।
आरएसएस के संयुक्त महासचिव दत्तात्रेय होसबोले (फाइल फोटो) |
आरएसएस के संयुक्त महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि संघ संविधान द्वारा प्रदत्त आरक्षण का पूरा समर्थन करता है। संघ की तीन दिवसीय समन्वय बैठक के अंतिम दिन संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘‘हमारे समाज में सामाजिक और आर्थिक विषमता है, इसलिए आरक्षण की जरूरत है..हम संविधान प्रदत्त आरक्षण का पूरा समर्थन करते हैं।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या आरएसएस को लगता है कि आरक्षण अनिश्चितकाल तक जारी नहीं रहना चाहिए, तो होसबोले ने कहा कि यह व्यवस्था के लाभार्थियों पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा, ‘‘आरक्षण तब तक जारी रहना चाहिए जबतक कि इसके लाभार्थियों को इसकी जरूरत महसूस होती है।’’
एनआरसी की त्रुटियां दूर करने को कहा : संघ की समन्वय बैठक के अंतिम दिन संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने एनआरसी को ‘एक जटिल मुद्दा’ करार दिया क्योंकि कई बांग्लादेशी प्रवासियों के नाम मतदाता सूची में शामिल है। उन्होंने इसकी त्रुटियां दूर करने को कहा। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के 35 से 40 लाख अवैध प्रवासी असम में बसे हैं। पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा उन्हें वैध दस्तावेज जारी किए गए, जिससे यह पूरा मुद्दा बेहद जटिल हो गया। उन्होंने कई वास्तविक नागरिकों को इस सूची में जगह नहीं मिलने पर चिंता जताई गई, खासतौर पर उनके लिए जो पड़ोसी राज्यों से आकर असम में बसे थे।
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