किम-मून मुलाकात स्थल पर गए राजनाथ
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दक्षिण कोरिया यात्रा के आखिरी दिन शनिवार को उस असैन्य क्षेत्र की यात्रा की, जहां उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन से पिछले साल अप्रैल में मुलाकात की थी और जिसके साथ दोनों देशों के बीच दशकों लंबी शत्रुता खत्म हुई।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (file photo) |
रक्षा मंत्री ने तीन दिन की दक्षिण कोरिया यात्रा के दौरान वहां के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ गहन चर्चा की। सिंह ने द्विपक्षीय रक्षा समझौतों को बढावा देने के लिए अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष जियोंग कियॉन्ग-डू के साथ शुक्रवार को बातचीत की। इस दौरान खासतौर से दोनों देशों की रक्षा फर्मों के बीच सहयोग को बढाने और एक दूसरे की नौसेनाओं को लॉजिस्टिक सहयोग बढाने पर जोर दिया गया।
सिंह ने एक ट्वीट में कहा, जैसा कि हम प्योंगयांग घोषणा की पहली सालगिरह के नजदीक हैं, हमारे लिए यह समय है कि हम शांति की राह पर अपनी प्रतिबद्धता दोहराएं। सिह ने दक्षिण कोरिया को उत्तर कोरिया से जोड़ने वाले ‘डोबोदारी’ पुल की यात्रा भी की। उन्होंने कहा, भारत ने कोरिया प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता लाने और बातचीत तथा कूटनीति के जरिए इसके परमाणु निशस्त्रीकरण के सभी प्रयासों का हमेशा समर्थन किया है। रक्षा मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, मैने उस ऐतिहासिक स्थल का दौरा किया जहां दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ मुलाकात की थी।
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