कर्नाटक : विश्वास मत प्रस्ताव पर बहस व सस्पेंस जारी
कर्नाटक विधानसभा में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के विश्वास मत प्रस्ताव पर अब तक सस्पेंस बना हुआ है।
![]() तीसरे दिन कर्नाटक विधानसभा में विश्वासमत के प्रस्ताव पर हो रही चर्चा में शिरकत करते मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी। फोटो : प्रेट्र |
विधानसभा अध्यक्ष यथाशीघ्र वोटिंग कराने पर अड़े हुए हैं जबकि सत्तापक्ष टालमटोल कर रहा है। देर रात विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। विश्वासमत प्रस्ताव पर चर्चा अब कल जारी रहेगी।
उधर कर्नाटक के दो विधायकों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को सुनवाई करेगा। इस याचिका में तत्काल शक्ति परीक्षण का आग्रह किया गया है। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस की पीठ ने निर्दलीय विधायक-आर शंकर और एच नागेश की याचिका पर सोमवार को ही सुनवाई करने से मना कर दिया। पीठ ने कहा, मामले का उल्लेख करने पर इसे विचार के लिए लिया जाता है। मामले को मंगलवार को रोस्टर के मुताबिक उचित पीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया जाए। विधायकों की तरफ से उपस्थित वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने शुरुआत में कहा कि उन्होंने कर्नाटक मामले में नई याचिका दायर की है और इस पर अत्यावश्यक आधार पर आज या कल सुनवाई की जाए। पीठ ने कहा, ‘असंभव। हमने पहले कभी ऐसा नहीं किया है। कल हम इस पर गौर कर सकते हैं।
रोहतगी का कहना था कि कर्नाटक विधानसभा में किसी न किसी वजह से शक्ति परीक्षण में विलंब किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन पहले शक्ति परीक्षण कराने का आदेश प्राप्त कर सकता है तो वही आदेश अब भी दिया जा सकता है। कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस लेने वाले इन दो निर्दलीय विधायकों ने शीर्ष अदालत में याचिका दायर कर राज्य में एच डी कुमारस्वामी सरकार को सोमवार को शाम पांच बजे तक सदन में शक्ति परीक्षण कराने का निर्देश देने का अनुरोध किया है। इन विधायकों का कहना है कि सरकार से समर्थन वापस लेने के उनके निर्णय और 16 विधायकों द्वारा इस्तीफा देने के कारण राज्य में राजनीतिक संकट गहरा गया है।
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