एनआईए संशोधन बिल लोकसभा से पास, अमित शाह ने विपक्ष पर साधा निशाना, बोले

Last Updated 16 Jul 2019 05:07:08 AM IST

लोकसभा में सोमवार को ‘राष्ट्रीय अन्वेषण अधिकरण संशोधन विधेयक 2019’ पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पोटा को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।


केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा में बोलते हुए।

उन्होंने कहा, पोटा कानून को वोट बैंक बचाने के लिए भंग किया गया था। पोटा की मदद से देश को आतंकवाद से बचाया जाता था। इससे आतंकवादियों के अंदर भय था, देश की सीमाओं की रक्षा होती थी। इस कानून को पूर्ववर्ती संप्रग की सरकार ने 2004 में आते ही भंग कर दिया। अमित शाह तब हमलावर हुए जब विधेयक पर बहस के दौरान कुछ सदस्यों द्वारा ‘पोटा’ (आतंकवादी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) का जिक्र किया गया।

बहस के बाद लोकसभा ने संशोधन बिल को मंजूरी दे दी। इस बिल में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को भारत से बाहर किसी अनुसूचित अपराध के संबंध में मामले का पंजीकरण करने और जांच का निर्देश देने का प्रावधान किया गया है।

पोटा भंग करने से आतंकवाद बढ़ा : अमित शाह ने कहा कि पोटा को भंग करना उचित नहीं था, यह हमारा आज भी मानना है। पूर्व के सुरक्षा बलों के अधिकारियों का भी यही मानना रहा है। शाह ने कहा कि पोटा को भंग किए जाने के बाद आतंकवाद इतना बढ़ा कि स्थिति काबू में नहीं रही और संप्रग सरकार को ही एनआईए को लाने का फैसला करना पड़ा। उन्होंने इस संदर्भ में मुंबई में श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोट और 26/11 आतंकी हमले का भी उदाहरण दिया। गृह मंत्री ने कहा कि यह कानून देश की इस एजेंसी को आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की ताकत देगा।

यह समझना होगा कि श्रीलंका में हमला हुआ, हमारे लोग मारे गए, बांग्लादेश में हमारे लोग मारे गए। लेकिन देश से बाहर जांच करने का अधिकार एजेंसी को नहीं है। ऐसे में यह संशोधन एजेंसी को ऐसा अधिकार प्रदान करेगा। निचले सदन में विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि आज जब देश दुनिया को आतंकवाद के खतरे से निपटना है, ऐसे में एनआईए संशोधन विधेयक का उद्देश्य जांच एजेंसी को राष्ट्रहित में मजबूत बनाना है। सदन ने मंत्री के जवाब के बाद विपक्ष के कुछ सदस्यों के संशोधनों को खारिज करते हुए विधेयक को ध्वनि मत से पारित कर दिया।

आतंकवाद का राइट-लेफ्ट नहीं होता : कुछ सदस्यों द्वारा मांगे गए स्पष्टीकरण पर अमित शाह ने कहा, आतंकवाद का कोई राइट या लेफ्ट नहीं होता। आतंकवाद सिर्फ आतंकवाद होता है। उन्होंने कहा कि कानून का दुरुपयोग नहीं होगा। मोदी सरकार की कानून का दुरुपयोग करने की न तो कोई इच्छा है और न ही कोई मंशा है।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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