आईएस की विचारधारा से कुछ ही भारतीय प्रभावित : राजनाथ

Last Updated 30 Oct 2017 03:47:13 PM IST

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को देश के सामाजिक व सांप्रदायिक सौहार्द के प्रति आभार जताते हुए कहा कि दूसरे देशों की तुलना में आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) की विचारधारा से कुछ ही भारतीय प्रभावित हुए हैं.


केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह (फाइल फोटो)

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह सरदार पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षुओं की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि आईएस से संबंधित समूह विश्व के अधिकतर भागों में अपने नेटवर्क स्थापित करने में सफल रहें हैं. वे लोग अपनी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए नए तरीकों को अपना रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसका श्रेय लोगों को दिया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा, "भारत इन वैश्विक गतिविधियों से अप्रभावित नहीं है. लेकिन, दूसरे देशों की तुलना में, भारत में केवल छोटी संख्या में ही लोग आईएस की अतिवादी विचारधारा से प्रभावित हैं."

पाकिस्तान का नाम लिए बिना सिंह ने कहा कि पड़ोसी देश में आतंकवादियों को संरक्षण, भारत के लिए अतिरिक्त सुरक्षा चुनौती है. इनसब के बावजूद, खुफिया और सुरक्षा एजेंसी उनकी योजना को नाकाम करने में सक्षम हुए हैं.

उन्होंने दावा करते हुए कहा कि सरकार ने आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ निर्णायक अभियान शुरू किया है और इसका प्रभाव जम्मू एवं कश्मीर से लेकर वाम उग्रवाद प्रभावित अंदरूनी इलाकों तक देखा जा सकता है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सुरक्षाबलों की सफलता से केंद्र ने अपनी स्थिति मजबूत की है.

उन्होंने कहा, "आज हम नया भारत बनाने की बात कर रहें हैं. हमें यह वचन लेना होगा कि आने वाले पांच वर्षो में, हम स्थायी रूप से आतंकवाद, उग्रवाद और संप्रादियकता जैसी समस्याओं से निजात पा लेंगे."

सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है और नई चुनौतियों से निपटने के लिए पुलिस बलों को आधुनिक बनाने के मद्देनजर इस वर्ष सितम्बर में 25,000 करोड़ की धनराशि आवंटित की गई थी.

सिंह ने युवा अधिकारियों को एकता और ईमानदारी से कभी समझौता नहीं करने और कार्यकुशलता व लोगों के साथ सहानुभूति के साथ काम कर अच्छी छवि बनाने की सलाह दी.

उन्होंने पुलिस की छवि को 'सभ्य न कि एक क्रूर शक्ति की तरह' बनाने का आग्रह किया.

राष्ट्रीय पुलिस अकादमी न केवल देश के युवा पुलिस अधिकारी बल्कि पड़ोसी देशों के भी अधिकारियों को प्रशिक्षण देती है.

उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि इससे मित्र देशों के पुलिस बलों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी.

दीक्षांत समारोह में कुल 136 प्रशिक्षुओं में भूटान, मालदीव और नेपाल के 14 प्रशिक्षु भी शामिल हुए. कुल प्रशिक्षु अधिकारियों में 22 महिलाएं भी शामिल हैं.

समीर असलम शेख को आईपीएस प्रशिक्षुओं में सर्वश्रेष्ठ बहुमुखी प्रदर्शन करने के लिए प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री का बेटन और गृह मंत्री का रिवॉल्वर प्रदान किया गया.

ठाणे के एक मध्यम वर्गीय परिवार के शेख परेड के कमांडर थे और उन्हें अपना गृह राज्य महाराष्ट्र आवंटित किया गया है.



अमृता दुहान को महिला प्रशिक्षु आईपीएस में सर्वश्रेष्ठ बहुमुखी प्रदर्शन के लिए ट्राफी दी गई. पांच वर्षीय बच्चे की मां अमृता ने दूसरी बहुमुखी आईपीएस प्रशिक्षु का भी पुरस्कार जीता.

इस अवसर पर, सिंह ने गृहमंत्री कल्याण फंड से पुलिस अकादमी कल्याण सोसाइटी को 5 करोड़ की वित्तीय सहायता प्रदान की.

राष्ट्रीय पुलिस अकादमी की निदेशक डॉली बर्मन ने कहा कि अकादमी का मूल उद्देश्य श्रेष्ठ पुलिस बल बनाना है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को संवेदनशील, प्रतिक्रियाशील और तकनीक कुशल बनाया जाता है.

आईएएनएस


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment