कांग्रेस ने बढ़ती आतंकी, नक्सली हिंसा पर केंद्र की आलोचना की
देश में आतंकवादी और नक्सली हिंसा में हो रही मौतों पर मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि मौजूदा सरकार में जो हालात हैं, उससे कहीं बेहतर हालात पूर्व की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में थे.
![]() कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी (फाईल फोटो) |
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि जब यह सरकार मौतों को रोकने में नाकाम है, तो फिर यह राष्ट्रवाद की बात क्यों करती है.
उन्होंने पिछली संप्रग सरकार में 35 महीनों के दौरान हिंसा की घटनाओं में हताहत होने वाले लोगों की संख्या की तुलना मौजूदा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के तहत हताहत होने वाले लोगों की संख्या से की.
कांग्रेस नेता ने कहा, "राजग के अब तक के शासन में जम्मू एवं कश्मीर में 91 नागरिक मारे गए, जबकि 198 जवान शहीद हुए. वहीं संप्रग सरकार (2011-14) के 35 महीनों के शासन में 50 नागरिक मारे गए थे, जबकि 103 जवान शहीद हुए थे, जो मौजूदा आंकड़ों का आधा है."
सिंघवी ने कहा, "वहीं, नक्सली हिंसा में बीते 35 महीनों के दौरान (नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से) 442 नागरिक मारे गए तथा 278 जवान शहीद हुए. जबकि, संप्रग सरकार के 35 महीनों के शासनकाल में 367 नागरिक मारे गए थे, जबकि 268 जवान शहीद हुए थे."
पूर्वोत्तर में लोगों की मौतों पर चर्चा करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, "साल 2011-14 के दौरान क्षेत्र में 229 नागरिक मारे गए, जबकि 47 जवान शहीद हुए, जबकि मौजूदा सरकार के तहत अब तक 344 नागरिक मारे गए हैं, जबकि 99 जवान शहीद हुए हैं."
उन्होंने कहा, "चाहे जम्मू एवं कश्मीर हो, नक्सली हिंसा हो, पाकिस्तान हमला हो, चीन या पूर्वोत्तर फैक्टर हो, भारत के खिलाफ हमलों में वृद्धि हुई है."
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