किसानों के लिए खुशखबरी! भारतीय मौसम विभाग ने देश में इस वर्ष सामान्य मानसून की घोषणा की
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को घोषणा की कि इस साल देश में सामान्य मानसून होगा. मौसम विज्ञानियों ने कहा कि यह खबर कृषि क्षेत्र और सूखा क्षेत्र के किसानों के लिए राहत भरी है.
![]() फाइल फोटो |
वर्तमान अनुमान के अनुसार, इस बार सामान्य (96 प्रतिशत से पांच प्रतिशत कम ज्यादा) बारिश होगी. आईएमडी के मुताबिक, मौसम की सही तस्वीर का पता जून में चलेगा.
आईएमडी के महानिदेशक के जेरमेश ने नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "वर्तमान अनुमान के अनुसार, इस बार सामान्य (96 प्रतिशत से पांच प्रतिशत कम ज्यादा) बारिश होगी."
फसलों के नुकसान और ऋण जाल में फंसने के कारण किसानों की आत्महत्या की असंख्य घटनाओं के बीच भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक के जे रमेश ने कहा कि देश के कृषक समुदाय और अर्थव्यवस्था के लिए यह सुकून देने वाली खबर है.
मानसून में सामान्य वर्षा की संभावना 38 प्रतिशत का आंकलन किया गया है.
भारत में कुल बारिश हालांकि अलनीनो और इंडियन ओशियन डाइपोल (आईओडी) की गतिविधियों पर निर्भर करता है.
आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, मध्यम या मजबूत अल नीनो की संभावना जताई गई है और सकारात्मक आईओडी का मतलब अच्छी बारिश है. सन् 1997 में देश में 102 फीसदी मानसून महसूस किया गया था, जब दोनों परिस्थितियां अनुकूल थीं.
केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के मुताबिक, जलाशयों में वर्तमान में पूरी क्षमता का लगभग 31 फीसदी जल मौजूद है.
96 फीसदी से 104 फीसदी के बीच दीर्घावधि बारिश को ‘‘सामान्य’’ माना जाता है. 96 फीसदी से कम को ‘‘सामान्य से नीचे’’ और 104 से 110 फीसदी दीर्घावधि बारिश को ‘‘सामान्य से ज्यादा’’ माना जाता है.
आईएमडी ने पिछले वर्ष ‘‘सामान्य से ज्यादा’’ बारिश का अनुमान जताया था लेकिन सामान्य बारिश ही हो सकी.
पिछले वर्ष दक्षिण प्रायद्वीप में कम बारिश हुई थी और तमिलनाडु, कर्नाटक तथा केरल के कई हिस्से में सूखे की स्थिति बन गई थी.
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