जारवा क्षेत्र में प्रवेश को लेकर 15 लोग गिरफ्तार
एक अन्य घटनाक्रम में अंडमान निकोबार द्वीप समूह के जारवा क्षेत्र में प्रवेश को लेकर 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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इन लोगों को ‘प्रोटेक्शन ऑफ एबोरिजनल ट्राइब (पीएटी) रेगुलेशन 1956 के तहत गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस ने बताया कि छह लोगों को बंबूनल्लाह के पास एक मछली पकड़ने वाले जहाज से गिरफ्तार किया गया, सभी जंगलीघाट के रहने वाले हैं, मछली पकड़ने वाली तीन यांत्रिक नौकाओं को हिरेन तिकेरी, बडाबालू और हावाबिल द्वीप में रोका गया और नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया.
मछली पकड़ने वाले जहाज और नौकाओं को जब्त कर लिया गया है.
यह अभियान ओग्राब्राज पुलिस थाने के तहत पुलिस उपनिरीक्षक विनीत कुमार के निरीक्षण में 10 जनवरी से चलाया गया.
गहन तलाशी के दौरान हर्बटाबाद से हीरने तिर्की, झाउकोना, बादा बालू, लांबा बालू, बंबूनल्लाह और हवा बिल द्वीप को शामिल किया गया. काफी पीछा करने के बाद जहाज को रोका गया और छह लोगों को गिरफ्तार किया गया.
तलाशी के दौरान तीन यांत्रिक नौकाएं और नौ गैर यांत्रिक चप्पू नौकाएं तीन जगहों से जब्त की गईं और नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया.
इस बीच आम जनता और मछुआरों को जारवा संरक्षित वन क्षेत्र में न जाने की चेतावनी दी गई है क्योंकि पीएटी रेगुलेशन के तहत यह एक दंडनीय अपराध है.
रिपोर्टों के अनुसार जारवा जनजाति के महज 403 लोग जीवित हैं जो दक्षिणी अंडमान के जंगलों में रहते हैं.
पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों का जारवा महिलाओं के वीडियो क्लिप विवाद से कोई संबंध नहीं है.
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