CoronaVirus: बढ़ाएं इम्यूनिटी, विटामिन्स के जरिए करें कोरोना से लड़़ाई

Last Updated 13 Jun 2020 10:47:14 AM IST

भोजन में ज्यादा विटामिन्स वाले खाद्य पदार्थ शामिल करने से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ेगी। इससे वायरस के संक्रमण से बचाव में मदद मिलेगी।


बढ़ाएं इम्यूनिटी (प्रतीकात्मक फोटो)

देश में कोरोना के संक्रमण का दायरा तेजी से बढ़ रहा है। अब तक इस महामारी का कोई भी कारगर इलाज सामने नहीं आया है। इसलिए अच्छा स्वास्थ्य ही इस बीमारी से बचाव का एकमात्र उपाय है।

विटामिन हमारे शरीर के अंदर की प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाती हैं। अगर शरीर की इम्यूनिटी अच्छी होगी तो व्यक्ति किसी भी बीमारी से लड़ने में सक्षम रहता है।

पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) में कोविड–१९ के नोडल अधिकारी डा. अजय लेखी ने बताया कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए विटामिन्स को दिनचर्या में शामिल करना होगा। शरीर में विटामिन्स की मात्रा को बढ़ाने के लिए फल व हरी सब्जियों का उपयोग करें और विटामिन्स को लेने के लिए प्राकृतिक स्रोत का इस्तेमाल करना चाहिए न की कृतिम स्रोतों का।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कहा है कि व्यक्ति को विटामिन्स का सेवन करना महत्वपूर्ण है ताकि वह अपने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सके और हर बीमारी से जंग जीत सके॥। कैसे बढ़ाएं इम्यूनिटी॥ विशेषज्ञ ने बताया कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए व्यक्ति को अपनी दिनचर्या में चार विटामिन्स को शामिल करना होगा जो कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में कारगर हैं।

विटामिन सीः विटामिन–सी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करती है। शरीर में इसकी मात्रा पर्याप्त रखने के लिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें जो विटामिन–सी के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। जैसे कि संतरा‚ स्ट्रॉबेरी‚ किन्नु‚ मौसमी‚ ब्रॉकली‚ शिमला मिर्च और पालक में काफी मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है।

विटामिन ईःयह लोगों को कई तरह के रोगों से दूर रखने में कारगर है। इसमें कुछ एंटी–ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो शरीर को इंफेक्शन यानी संक्रमण से लड़ने की ताकत प्रदान करते हैं। शरीर में इस विटामिन की कमी न हो इसके लिए लोगों को नट्स और कई प्रकार के सीड्स खाने चाहिए। ब्रॉकली में भी यह विटामिन भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। साथ ही पत्ती वाली सब्जियां‚ दूध‚ मक्खन‚ वनस्पति तेल‚ अखरोट और बादाम के सेवन से भी इस विटामिन की कमी नहीं होती।

विटामिन डीः शरीर में मिलने वाला ‘कैल्सीट्रिऑल' विटामिन डी का सक्रिय रूप होता है। त्वचा जब धूप के संपर्क में आती है तो शरीर में विटामिन डी निर्माण की प्रक्रिया आरंभ होती है। यह मछलियों में भी पाया जाता है। विटामिन डी की मदद से कैल्शियम को शरीर में बनाए रखने में मदद मिलती है जो हड्डि़यों की मजबूती के लिए आवश्यक होता है।

विटामिन बी6 स्वास्थ्य विशेषज्ञ इम्यूनिटी को बढ़ाने में विटामिन–बी6 के योगदान को अहम बताते हैं। उनके अनुसार इस विटामिन के सेवन से हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। विटामिन बी–6 में कई तरह के बॉयोकेमिकल रिएक्शंस होते हैं जो इम्यूनिटी को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। आमतौर पर मांसाहारियों में इस विटामिन की कमी नहीं देखी जाती क्योंकि चिकन‚ अंडा और सालमन फिश में ये विटामिन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। शाकाहारी लोग सोयाबीन‚ चना‚ दूध और आलू खाकर शरीर में इस विटामिन की कमी को पूरा कर सकते हैं।

कब पड़ती है टैबलेट की जरूरतः ड़ा. अजय लेखी ने बताया कि कोरोना वायरस का अधिक खतरा पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति या फिर कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्ति को विटामिन्स के टैबलेट की जरूरत पड़ती है। इसलिए ऐसे मरीजों को विटामिन्स वाले भोजन के साथ–साथ विटामिन्स की टैबलेट भी लेने की सलाह दी जाती है ताकि वायरस से लड़ने के लिए उनकी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाई जा सके। वहीं स्वस्थ व्यक्ति अपनी दिनचर्या में सिर्फ प्राकृतिक स्रोतों को ही शामिल करें।

क्षमता के अनुसार दी जाती है टैबलेटः कोरोना से पीडि़त व्यक्तियों को उनकी प्रतिरोधक क्षमता के अनुसार ही विटामिन्स की टैबलेट दी जाती हैं। अगर विटामिन्स की टैबलेट की मात्रा बढ़ा दी जाए तो वह व्यक्ति के यूरिन के रास्ते बाहर निकल आती है जो मरीज के लिए घातक साबित हो सकती है।

धोकर करें फलों का सेवनः विशेषज्ञ ने बताया कि कुछ फल ऐसे होते हैं जो कार्बाइड रसायन से पकाए जाते हैं। उन्हें कुछ घंटे पानी में डाल कर रख दें। इससे फलों में लगे रसायन की मात्रा कमजोर हो जाती है। फलों को धोकर खाने के बाद वह शरीर को नुकसान न पहुंचा कर प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं।

नॉनवेज खाने से कोई हानि नहींः अगर नॉनवेज को 100 डिग्री के तापमान में पकाया जाता है तो उससे व्यक्ति को कोई भी हानि नहीं पहुंचती है बल्कि उससे प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। वैसे देखा जाए तो ये एक तरीके का भ्रम है। सभी जानवरों में इस तरीके के वायरस नहीं मिलते हैं। अगर किसी व्यक्ति ने नॉनवेज को सही से नहीं पकाया है और कच्चा ही खाया है तब वह उसके लिए नुकसान दायक साबित हो सकता है।

हिमांशु अग्निहोत्री


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