भारत और संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक क्षमता निर्माण पहल शुरू की
भारत और संयुक्त राष्ट्र ने एक संयुक्त क्षमता निर्माण पहल की शुरुआत की। यह पहल भारत की अध्यक्षता में जी20 शिखर सम्मेलन के निष्कर्षों को लागू करने का काम करेगी और इसका लक्ष्य 'ग्लोबल साउथ' में भागीदार राष्ट्रों के साथ देश के बेहतरीन तौर तरीकों को साझा करना है।
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‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल अक्सर विकासशील और अल्प विकसित देशों के लिए किया जाता है, जो मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका में स्थित हैं।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर (Foreign Minister S. Jaishankar) की उपस्थिति में 'इंडिया-यूएन फॉर द ग्लोबल साउथ-डिलिवरिंग फॉर डेवलपमेंट' (India-UN for the Global South-Delivering for Development) कार्यक्रम में 'भारत-संयुक्त राष्ट्र क्षमता निर्माण पहल' (India-UN Capacity Building Initiative) की घोषणा की गई।
संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भारत के स्थायी मिशन ने कहा, ''यह पहल भारत की अध्यक्षता में हुए जी20 के विकास संबंधित उपायों को आगे बढ़ाने का काम करेगी, जिसमें अन्य चीजों के अलावा सतत विकास लक्ष्यों (SDG) को प्राप्त करने में तेजी लाने के लिए जी20 कार्ययोजना, तकनीकी परिवर्तन और 'डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर' का निर्माण शामिल है।’’
विज्ञप्ति के मुताबिक, यह पहल ‘दक्षिण-दक्षिण सहयोग’ को मजबूत कर सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में वैश्विक प्रयासों में एक महत्वपूर्ण योगदान देगी। यह पहल 'ग्लोबल साउथ' के साथ अपनी विकास साझेदारी को मजबूत करने के भारत के निरंतर प्रयासों को दर्शाती है।
प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘यह पहल भारत की सफल जी20 अध्यक्षता को आगे ले जाती है। भारत की अध्यक्षता में जी20 एजेंडे में 'ग्लोबल साउथ' की आवाज को शामिल किया गया और समूह में अफ्रीकी संघ का प्रवेश हुआ।''
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