World Press Freedom Day 2023: पत्रकारों को उनके काम करने के लिए हिरासत में लेना और कैद करना बंद करें : संयुक्त राष्ट्र प्रमुख

Last Updated 03 May 2023 07:01:36 AM IST

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस (World Fress Freedom Day) के 30 साल पूरे होने के अवसर पर यूनेस्को न्यूयॉर्क (UNESCO New York) में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक विशेष वर्षगांठ कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने संबोधित किया।


संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस

यूनेस्को द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल में प्रसारित संदेश में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर दुनिया को एक स्वर से बोलना चाहिए। पत्रकारों को उनके काम करने के लिए हिरासत में लेना और कैद करना बंद करें।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (United Nations Secretary-General Antonio Guterres) ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से एक स्वर से बोलने का आग्रह किया और अपना काम करने के लिए पत्रकारों की नजरबंदी और कारावास को रोकने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि दुनिया के हर कोने में प्रेस पर हमले हो रहे हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विश्व स्तर पर प्रेस की आजादी को सम्मान देने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा द्वारा 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया, जिसे विश्व प्रेस दिवस के रूप में भी जाना जाता है। यूनेस्को द्वारा 1997 से हर साल 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर गिलेरमो कानो वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम प्राइज भी दिया जाता है।

Antonio Guterres ने रेखांकित किया कि हमारी सारी स्वतंत्रता प्रेस की स्वतंत्रता पर निर्भर करती है। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2023 से पहले अपने वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, प्रेस की स्वतंत्रता लोकतंत्र और न्याय की नींव है।

यूनेस्को द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल में प्रसारित संदेश में उन्होंने कहा कि विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस (World Fress Freedom Day) पर दुनिया को एक स्वर से बोलना चाहिए। पत्रकारों को उनके काम करने के लिए हिरासत में लेना और कैद करना बंद करें। झूठ और दुष्प्रचार बंद करें। सच और सच बोलने वालों को निशाना बनाना बंद करें।

उन्होंने ने चिंता व्यक्त की कि दुनिया के हर कोने में प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला हो रहा है। उन्होंने कहा, विघटन और अभद्र भाषा से सत्य को खतरा है। तथ्य और कल्पना के बीच विज्ञान एवं साजिश के बीच की रेखाओं को धुंधला करने की कोशिश की जा रही है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव (Antonio Guterres) ने कहा कि 2022 में कम से कम 67 मीडियाकर्मी मारे गए, पिछले वर्षों की तुलना में 50 प्रतिशत की पत्रकारों और मीडियाकर्मियों पर हमलों में वृद्धि हुई। इसके अलावा तीन-चौथाई महिला पत्रकारों ने ऑनलाइन हिंसा का अनुभव किया है। उन्हें नियमित रूप से परेशान किया जाता है, डराया जाता है और हिरासत में लिया जाता है। यहां तक की जेल में डाल दिया जाता है। यूनेस्को के महानिदेशक ऑड्रे अज़ोले ने कहा कि दुनिया भर में सैकड़ों पत्रकारों पर हमला किया गया और उन्हें जेल में डाल दिया गया सिर्फ इसलिए कि वे अपना काम कर रहे हैं। यह अस्वीकार्य है।

भारत में प्रेस की स्वतंत्रता भारतीय संविधान के अनुच्छेद-19 में भारतीयों को दिए गए अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार से सुनिश्चित होती है। विश्व स्तर पर प्रेस की आजादी को सम्मान देने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा द्वारा 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया, जिसे विश्व प्रेस दिवस के रूप में भी जाना जाता है।

एजेंसियां
न्यूयॉर्क


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