परमाणु संधि समीक्षा सम्मेलन का हुआ समापन, नहीं बन सकी आम सहमति

Last Updated 27 Aug 2022 10:10:02 AM IST

रूस ने परमाणु अप्रसार संधि की समीक्षा के लिए यहां आयोजित संयुक्त राष्ट्र के दसवें सम्मेलन की संयुक्त अंतिम घोषणा रोक दी है।


परमाणु संधि समीक्षा सम्मेलन

अध्यक्षता कर रहे गुस्तावो ज्लौविनेन ने शुक्रवार को बैठक खत्म होने के बाद कहा, "मुझे गहरा खेद है कि यह सम्मेलन आम सहमति तक नहीं पहुंच पाया।"

स्थानीय समाचार एजेंसी के मुताबिक, चार सप्ताह के सम्मेलन में कुछ राज्यों और गैर-सरकारी संगठनों ने दुनियाभर में परमाणु हथियारों को नष्ट करने के लिए बाध्यकारी समय सीमा स्थापित करने की उम्मीद की थी।

रूसी प्रतिनिधि ने कहा कि उनका देश अंतिम मसौदे के पांच खंडों से असहमत था, हालांकि उन्होंने और विवरण नहीं दिया। उन्होंने दावा किया कि रूसी रुख को अन्य देशों द्वारा भी समर्थन दिया गया था।

रूसी बयान के बाद दर्जनों देशों के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे इस बयान से सहमत हैं, लेकिन हमें निराशा है कि आखिरकार कोई समझौता नहीं हो सका।

दूसरी ओर, एक अन्य रूसी प्रतिनिधि ने शिकायत की कि अन्य प्रतिभागियों ने परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए काम करने के बजाय यूक्रेन के खिलाफ युद्ध समझौते के लिए सम्मेलन का इस्तेमाल किया था।

परमाणु अप्रसार संधि का समीक्षा सम्मेलन 1 अगस्त को न्यूयॉर्क में शुरू हुआ। 1970 में लागू हुई इस संधि को अब तक दुनियाभर के 191 देशों ने मंजूरी दे दी है। इसका लक्ष्य परमाणु निरस्त्रीकरण है।

लेकिन, आलोचकों की शिकायत है कि पांच आधिकारिक परमाणु शक्तियां अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस परमाणु हथियारों के बिना हस्ताक्षर करने वालों की तुलना में अलग नियमों के अधीन हैं।

फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स (एफआईएस) के अनुसार, भारत, पाकिस्तान, इजराइल और उत्तर कोरिया के पास भी परमाणु हथियार हैं, लेकिन संधि के हस्ताक्षरकर्ता नहीं हैं।

एफएएस के अनुसार, दुनिया भर में 2022 में लगभग 12,700 परमाणु हथियार हैं। यह 1986 में शीत युद्ध के चरम पर अनुमानित 70,300 हथियारों का केवल एक हिस्सा है।

आईएएनएस
न्यूयॉर्क


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