चीन ने आईपीईएफ का विरोध किया
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत समेत हिंद-प्रशांत क्षेत्र के 12 देशों के साथ नए व्यापार समझौते की शुरुआत की है, जिसका मकसद व्यापारिक, आर्थिक और निवेश अवसरों को बढ़ाना है।
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हालांकि इस समझौते को क्षेत्र में अपने प्रभुत्व के सामने चुनौती के तौर पर देख रहे चीन ने इसका विरोध करते हुए इसे ‘आर्थिक उत्तर अटलांटिक संधि संगठन’ (इकॉनोमिक नाटो) करार दिया है।
बाइडन ने सोमवार को टोक्यो में क्वॉड सम्मेलन की पूर्व संध्या पर हिंद-प्रशांत आर्थिक समृद्धि ढांचा (आईपीईएफ) की शुरुआत की थी।
यह एक ऐसी पहल है जिसका मकसद स्वच्छ ऊर्जा, आपूर्ति-श्रृंखला में लचीलेपन और डिजिटल व्यापार जैसे क्षेत्रों में समान विचारधारा वाले देशों के बीच सहयोग को प्रगाढ़ बनाना है।
आईपीईएफ से यह संकेत मिलने की उम्मीद है कि अमेरिका क्षेत्र में व्यापार को लेकर चीन की आक्रामक रणनीति का मुकाबला करने के लिए एक मजबूत आर्थिक नीति बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
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