अमेरिका में व्यापक प्रदर्शन, हिंसा
अमेरिका के हर कोने में अशांति और हिंसा की एक और रात के बाद रविवार को दर्जनों शहर में आगजनी और तोड़फोड़ का नजारा देखने को मिला, जहां पुलिस द्वारा अफ्रीकी-अमेरिकियों के साथ वर्षो से हो रहे कथित बुरे बर्ताव के कारण लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।
अमेरिका में व्यापक प्रदर्शन, हिंसा |
पुलिस ने लोगों पर आंसूगैस के गोले छोड़े तथा रबड़ की गोलियां चलाईं। देशभर में 12 से अधिक प्रमुख शहरों में रातभर कर्फ्यू लगाया गया। लोगों को अटलांटा, डेनवर, लॉस एंजिल्स, सिएटल और मिनीपोलिस की सड़कों से दूर रहने के लिए कहा गया, जहां कर्फ्यू का उल्लंघन कर हजारों लोग शुक्रवार रात को जमा हुए थे। अब तक 22 शहरों में 1,669 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अमेरिका में अेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की सोमवार को मौत और पुलिस के हाथों अन्य अेत लोगों की हत्या के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों की आंच हर कोने में फैल गई। प्रदर्शन के दौरान कारों और प्रतिष्ठानों में आग लगा दी गई, हर तरफ इमारतों की दीवारों पर स्प्रे करके ‘मैं सांस नहीं ले सकता’ लिख दिया गया है। व्हाइट हाउस के दरवाजों के पास एक कूड़ेदान में आग लगा दी गई। हजारों लोगों ने फ्लॉयड की मौत के विरोध में यहां की सड़कों पर शांतिपूर्ण मार्च निकाला। मिनीपोलिस में इस सप्ताह तब प्रदर्शन भड़क उठे जब एक वीडियो में पुलिस अधिकारी को तब तक घुटने से फ्लॉयड की गर्दन दबाते हुए देखा गया जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। अेत फ्लॉयड को एक दुकान में नकली बिल का इस्तेमाल करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। देश में हिंसा ऐसे समय में हो रही है जब कोरोना महामारी के कारण लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं और देश में एक लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसा शनिवार को न्यूयार्क से लेकर टुल्सा और लॉस एंजिल्स तक फैल गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कारों में आग लगा दी और दोनों पक्षों से लोगों के घायल होने की खबरें आती रही। फ्लॉयड की मौत के बाद मिनीपोलिस में शुरू हुए प्रदर्शन ने शहर के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया, इसमें इमारतों को जला दिया गया और दुकानों में लूटपाट की गई।
इंडियानापोलिस में प्रदर्शनों के बीच पुलिस गोलीबारी की कई घटनाओं की जांच कर रही है जिसमें एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। मिनीपोलिस में प्रदर्शनों की शुरुआत हुई। वहां प्रदर्शन समाप्त करने के लिए रात आठ बजे लगाए गए कर्फ्यू के तुरंत बाद पुलिस और नेशनल गार्ड के सदस्यों को तैनात किया गया। उन्होंने लोगों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े और रबड़ की गोलियां चलाईं। फिलाडेल्फिया में शांतिपूर्ण प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया जिसमें 13 पुलिस अधिकारी घायल हो गए और चार पुलिस वाहनों को फूंक दिया गया। न्यूयार्क शहर में अधिकारियों ने कई गिरफ्तारियां कीं और लोगों को सड़कों से हटाया। इस दौरान दोनों पक्षों में भयावह टकराव की स्थिति नजर आई। एक वीडियो में एनवाईपीडी के दो क्रूजरों को प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई करते हुए देखा जा सकता है। वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के बाहर नेशनल गार्ड को तैनात किया गया है। सुरक्षाबल भीड़ को आगे बढ़ने से रोकने के लिए कुछ दूरी पर खड़े रहे।
| Tweet |