नागरिकता कानून मुस्लिम विरोधी नहीं : राजनाथ

Last Updated 18 Dec 2019 07:25:54 AM IST

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने यहां भारतीय समुदाय को आश्वासन दिया कि संशोधित नागरिकता कानून मुस्लिम विरोधी नहीं है।


रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

उन्होंने कहा, हमारी संस्कृति हमें नफरत करना नहीं सिखाती। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के अनुसार पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसम्बर 2014 तक यहां आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के सदस्यों, जिन्हें वहां धार्मिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा हो, को यहां अवैध प्रवासी नहीं माना जाएगा और भारतीय नागरिकता प्रदान की जाएगी।
सोमवार को अमेरिका पहुंचे सिंह ने एशिया सोसायटी नामक शिक्षण संस्थान में भारत के महावाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित एक समारोह के दौरान यहां भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया। उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लिए गए कई फैसले गिनाए जिनमें अनुच्छेद 370 को समाप्त करना, नागरिकता संशोधन कानून, तीन तलाक कानून तथा पाकिस्तान से पनपने वाले आतंकवाद पर भारत की ओर से की गई कार्रवाई शामिल हैं।

सिंह ने कहा, नागरिकता (संशोधन) विधेयक, जो अब कानून बन गया है, मुस्लिम विरोधी नहीं है। उन्होंने कहा, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक यातनाओं की वजह से यहां आने वाले वहां के अल्पसंख्यक हिंदू, सिख, ईसाई, पारसी, बौद्ध तथा जैन समुदायों को नागरिकता देने के उद्देश्य से विधेयक लाया गया। रक्षामंत्री ने कहा, सीएए में मुस्लिमों को शामिल नहीं किया गया क्योंकि ये तीनों देश ‘धर्म आधारित’ तथा ‘इस्लामिक’ देश हैं और किसी इस्लामिक देश में इस्लाम धर्म का पालन करने वालों को धार्मिक उत्पीड़न का सामना नहीं करना पड़ता।
आतंकियों को तबाह करने सीमापार नहीं जाना होगा :  रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने यहां कहा कि वायुसेना में राफेल लड़ाकू विमान शामिल होने से भारत को पाकिस्तान में आतंकी शिविरों को तबाह करने के लिए सीमापार नहीं जाना होगा बल्कि वह अपने देश से ही यह काम कर सकता है। उन्होंने भारत के सशस्त्र बलों के साहस तथा शौर्य की तारीफ की।

भाषा
न्यूयार्क


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