तेल टैंकर को लेकर ईरान, ब्रिटेन में ठनी

Last Updated 21 Jul 2019 07:14:18 AM IST

ब्रिटेन ने कहा है कि वह ईरान द्वारा ब्रिटेन के टैंकर को जब्त करने के कदम से चिंतित हैं और उसने तेहरान को अवैध और अस्थिर बर्ताव वाला खतरनाक रास्ता चुनने के प्रति आगाह किया है। इस टैंकर के 23 सदस्यीय चालक दल में 18 भारतीय नागरिक हैं।


ईरान ने ब्रिटेन के टैंकर को जब्त किया

खाड़ी में तनाव बढ़ने के बीच हरमुज जलडमरूमध्य में ईरान रेवोल्यूशनरी गार्ड ने ‘स्टेना इम्पैरो’ नामक टैंकर को शुक्रवार को जब्त कर लिया। ईरान की समाचार एजेंसी आईआरएनए ने बताया, ईरान की मछली पकड़ने की एक नौका के साथ कथित भिड़ंत के कारण ब्रिटिश ध्वज वाहक तेल टैंकर को ईरान ने जब्त किया। इसमें कहा गया कि चालक दल के सदस्यों के हताहत होने की खबर नहीं है। इस टैंकर में रूस के पांच,लात्विया का एक और फिलीपीन का एक नागरिक सवार था।
ब्रिटेन के विदेशमंत्री जेरेली हंट ने जब्ती की इन घटनाओं की ¨नदा करते हुए इसे ‘अस्वीकार्य’ बताया और कहा कि नौवहन की स्वतंत्रता बरकरार रखी जानी चाहिए। यह घटना ईरान के तेल सुपरटैंकर ‘ग्रेस1’ के स्पेन के तट में पकड़े जाने के बाद हुई है। हंट ने एक ट्विटर पर कहा, हमारी प्रतिक्रिया ठोस होगी। हम ‘ग्रेस1’ के मुद्दे को हल करने का तरीका ढूंढने का प्रयार कर रहे हैं,लेकिन हम अपने पोत की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा, शुक्रवार को खाड़ी में हुई घटना चिंताजनक संकेत दे रही है कि ईरान अवैध और अस्थिर बर्ताव का खतरनाक रास्ते पर जा रहा है। यह सीरिया जा रहे तेलटैंकर के जिब्राल्टर में कानूनी तरीके से पकड़े जाने के बाद हुआ है।टैंकर का स्वामित्व रखने वाली स्वीडन की कंपनी स्टेना बल्क ने कहा, वह हरमुज जलडमरूमध्य में जब्त किए गए जहाज से संपर्क करने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा, पोत के मालिक नियमों का पूरी तरह से पालन कर रहे थे। और जब उसे पकड़ा गया वह अंतरराष्ट्रीय जल में था। ब्रिटेन के दूसरा पोत ‘एमवी मेस्डार’ में लाइबेरिया का झंड़े लगा था । इस पर भी सशस्त्र गार्डस चढ गए थे लेकिन इसे बाद में रिहा कर दिया गया। हंट ने शुक्रवार को घटना के तत्काल बाद कहा था, हम सैन्य विकल्पों पर विचार नहीं कर रहे हैं। हम स्थिति से निपटने के लिए कूटनीतिक तरीके तलाश कर रहे हैं।

टैंकर छोड़ने की अपील : जर्मनी और फ्रांस ने ईरान से एक दिन पहले हरमुज जलसंधि में जब्त किए ब्रिटेन के तेल टैंकर को फौरन रिहा करने की शनिवार को अपील की। जर्मनी और फ्रांस के विदेश मंत्रालयों ने एक बयान जारी कर यह बात कही। जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि ईरान की इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कोर ने शुक्रवार को स्वीडन निर्मित ब्रिटेन के स्टेन इम्पेरो टैंकर को जब्त किया जाना खतरनाक है, जिससे पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति और बिगड़ेगी।

एएफपी
लंदन


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