ट्रंप ने पेरिस जलवायु समझौते को ‘निष्प्रभावी’ बताया
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्ववर्ती ओबामा प्रशासन पर ऐसी निष्प्रभावी वैश्विक संधियां कर अमेरिकी ऊर्जा पर लगातार बोझ डालने का आरोप लगाया जिनसे दुनिया के सबसे अधिक प्रदूषणकारी देशों को अपने तरीके से काम करते रहने की इजाजत मिली।
ट्रंप ने पेरिस जलवायु समझौते को ‘निष्प्रभावी’ बताया |
उनका बयान पर्यावरण संरक्षण एजेंसी के प्रशासक एंड्यरू व्हीलर के इस दावे के बीच आया है कि जलवायु परिवर्तन पर ऐतिहासिक पेरिस समझौता अमेरिका के लिहाज से अनुचित है और भारत एवं चीन जैसे देशों को उससे लाभ मिलेगा।
सालों से नेताओं ने अमेरिकी नागरिकों से कहा है कि मजबूत अर्थव्यवस्था एवं जीवंत ऊर्जा क्षेत्र का स्वस्थ पर्यावरण के साथ मेल नहीं है। ट्रंप ने ‘अमेरिका के पर्यावरण नेतृत्व’ विषयक व्हाइट हाउस के कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा, लेकिन यह गलत है क्योंकि हम बिल्कुल उलट साबित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, जब हम नवोन्मेष करते हैं, उत्पादन करते हैं और आगे बढते हैं तो हम ढेर सारी ऐसी प्रौद्योगिकियों और प्रक्रियाओं को ईजाद करते हैं जो अपने कारोबार को वापस लाने के साथ ही पर्यावरण को बेहतर बनाती हैं, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप उत्पादन को विदेशी प्रदूषकों से लेकर अमेरिकी जमीन पर लाते हैं।
ट्रंप ने पिछले प्रशासन पर अमेरिकी ऊर्जा पर अनवरत बोझ डालने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, हम वह नहीं कर सकते। उन्होंने हमारे श्रमिकों, हमारे उत्पादकों और हमारे विनिर्माताओं को ऐसी गैर असरकारी वैश्विक संधियों से दंडित करने का प्रयास किया जिन्होंने सबसे अधिक प्रदूषण फैलाने वाले देशों को अपने तरीके जारी रखने दिया।
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