नेतृत्व
कुछ समय पहले मैं सिंगापुर में एक प्रसिद्ध प्रबंधन एवं प्रशासनिक प्रशिक्षण कॉलेज के अध्यापकों को संबोधित करने जा रहा था।
जग्गी वासुदेव |
मैं लगातार एक के बाद एक कार्यक्रम कर रहा था, तो उस कॉलेज में प्रवेश करने से पहले मैंने आयोजकों से पूछा,‘मेरा संबोधन किस बारे में है, मुझे क्या कहना है’? वे बोले, ‘नेतृत्व के बारे में कुछ कहिये’। मैं जब वहां प्रवेश कर रहा था तो मैंने एक बैनर देखा, जिस पर लिखा था,‘भारत के एक प्रेरणादायी वक्ता का नेतृत्व पर संबोधन’। भौतिकतावादी व्यक्ति उस कुत्ते की तरह है, जिसके आगे हड्डी लटका कर उसे रेस जीतने के लिए प्रेरित किया जाता है। बस हड्डी पाने के लिए कुत्ता तेज गति से भागता है पर वो उसे नहीं मिलती। एक भौतिकतावादी व्यक्ति हमेशा बाहरी परिस्थितियों से प्रेरित होता है। तो मैंने बस ये सोचा कि वे कौन सी बातें हैं जो लोगों को कुछ करने के लिए प्रेरणा देती है, लोगों को कब और कहां प्रेरणा की आवश्यकता पड़ती है?
आप को प्रेरणा की जरूरत तभी होती है जब आपके जीवन में कोई ऐसी चीज न हो, जो आप वाकई करना चाहते हैं। अगर आप वाकई कुछ करना चाहते हैं तो आप को किसी प्रेरणा की कोई जरूरत नहीं है। क्या भोजन करने जाने के लिए आपको प्रेरणा की जरूरत होती है? लेकिन, हां, आप में से कुछ लोगों को साधना करने के लिए, सुबह जल्दी उठने के लिए प्रेरणा अवश्य देनी पड़ती है। जब लोग बहुत ज्यादा प्रेरित हो जाते हैं तो वे कोई महान कार्य कर सकते हैं या वे बिल्कुल मूर्खतापूर्ण काम भी कर सकते हैं। प्रेरणा हमेशा बुद्धिमानी के साथ नहीं आती। जब हमें कोई अत्यंत उद्देश्यपूर्ण व लक्ष्य-केन्द्रित काम करना हो, तो हमें ज्यादा समझदार, ज्यादा लक्ष्य केंद्रित लोगों की आवश्यकता होती है। ऐसे लोग जिन्हें किसी के द्वारा प्रेरणा दिए जाने की कोई जरूरत ना हो, जो स्पष्ट रूप से जानते हों कि उन्हें क्या करना है। अगर हममें यह स्पष्टता है कि हम क्या करना चाहते हैं तो हम जो चाहते हैं उसे रचने की हमारी योग्यता, प्रेरित लोगों की योग्यता से कहीं बेहतर होगी। प्रेरित लोगों का समूह किसी कम समय तक चलने वाली गतिविधि के लिए तो ठीक है, पर यदि कोई दीर्घकालीन कार्य करना हो तो ऐसे लोगों की जरूरत होगी जो हर हाल में वो काम करना चाहते हैं।
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